भोपाल में लम्बे समय से चल रहा है हनीट्रेप,अतरंग वीडियो-फ़ोटो रिकवर करना आवश्यक हो गया था, FIR ने रास्ता खोला, पूर्व CM, मंत्री और अफसरों पर छींटे उड़ रहे है
*हुस्न के समंदर में कईयों ने डुबकी लगाई है*
जल्द ही ज़मानत मिल सकती है आरोपी महिलाओं को
* (राजेन्द्र के. गुप्ता 98270-70242)*
*ACS अफसर का अंतरंग वीडियो सामने आने के समय भी कार्यवाही की तैयारी थी*
* कई कथित संत भी हुस्न की गिरफ़्त में आ चुके है*
*ख़ुफ़िया विभाग हुस्न के जलवे बिखेरने वाली महिलाओं की जानकारी पहले से दे रहा था*
*निगम अफसर ने हिम्मत दिखाई, वर्ना कई रसूखदारों का जीवन और घर बर्बाद कर देती....विषकन्याएँ..।*
भोपाल में लम्बे समय से चल रहा है हनीट्रेप । वर्ष 1997-98 में भी ऐसे ही मामले में विवाद सामने आया था । FIR भी करवाई गई थी, पर मामला चुपचाप निपटा दिया गया था । NGO और सरकारी ठेके, सप्लाय लेने में इसका दुरुपयोग किया जाता था । अब कुछ अधेड़ गौरी महिलाओं ने इसे अय्याशी और मोटी कमाई का धंधा बना लिया है । भोपाल में और भी विषकन्याएँ इस काम में लगी है ।
जो पकड़ी गई है उनसे हाई 40 वीडियो मिलने की जानकारी सामने आ रही है, इससे समझा जा सकता है, हुस्न के जाल में कितने कथित चरित्रवान बने घूम रहे है ?... पूर्व CM से लेकर मंत्री, अफसरों पर छींटे उड़ रहे है ! मतलब हुस्न के समंदर में कईयों ने डुबकी लगाई है ...नौकरी के अंतिम पड़ाव पर ACS स्तर के एक अधिकारी, ऐसे ही केस की भेंट चढ़ चुके है, सूत्रों के अनुसार अपनी अदाओं से जाल में फँसाने वाली महिलाओं के गिरोह से नेताओं - अफसरों के, अंतरग वीडियो-फ़ोटो रिकवर करना आवश्यक हो गया था, जिसके लिए निगम CE हरभजन सिंह के द्वारा लिखवाई FIR ने रास्ता खोल दिया। जानकारी यह भी मिल रही है की इस हाई प्रोफ़ाईल केस में कार्यवाही करने के पहले ही ऊपर तक जानकारी दे दी गई थी, सरकार की सहमति मिलते ही इंदौर से भोपाल तक की पुलिस ने कुछ घंटे में खोज निकाले थे ठिकाने । ख़ुफ़िया विभाग पहले से हाई आरोपी महिलाओं की जानकारी भेज रहा था, किन्तु बड़े नेता और अधिकारियों के जुड़े होने के कारण अब तक कार्यवाही नही की गई थी, वर्ना ACS मीणा का अंतरंग वीडियो सामने आने के समय भी कार्यवाही करने की प्लानिंग थी । उस समय अफसर पर आने वाली आँच के कारण कार्यवाही नही की गई थी ।पुलिस ने जिन धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है उनमें से कई धाराओं को कोर्ट में स्टेबल करने में दिक़्क़त जाएगी, शायद इन कारणों से आरोपी महिलाओं को जल्द ही ज़मानत मिल सकती है... कई कथित संत भी हुस्न की गिरफ़्त में आ चुके है, इंदौर में भी ऐसा एक मामला सामने आया था, जिसमें दोनो पक्षों ने चुप्पी साध ली थी ।