सिंगाजी ताप परियोजना मामले में आया नया मोड़
विधायक के पीए. ब्रजलाल पटेल ने मारपीट की घटना मे शामिल रहने के आरोपो को नकारा
खण्डवा , संजय चौबे । जिले के सिंगाजी ताप परियोजना के तालाब में डूबने से एक युवक की हुई मौत से गुस्साए लोगों द्वारा की गई पावर प्लांट अफसरों से मारपीट के बाद नया मोड़ आ गया है । मामले में पावर प्लांट के अफसर और कर्मचारियों ने उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिएजिला मुख्याल खण्डवा में डेरा हुआ है । उनका प्रदर्शन लगातार जारी है । रविवार भी चार बजे तक प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे बाजी की । इसके बाद पावर प्लांट के अफसरों ने आगे की रणनीति पर विचार किया । सूत्रों के मुताबिक अफसरों द्वारा पुलिस को की गई नामजद लिखित शिकायत में शामिल लोगों के खिलाफ सबूत देने के दवाब के चलते कुछ नाम हटाने पर सहमति बन गई है । बताया गया है नए सिरे से आवेदन दिया जा रहा है जिसमे पहले से की गई शिकायत में शामिल कुछ नाम हटा लिए गए हैं ।
ओमप्रकाश पटेल की सिंगाजी ताप परियोजना के डीएम प्लांट के जलाशय मे मौत के बाद अफसरो से हुई मारपीट की घटना को लेकर राजनीतिक जोडतोड के बात सामने आ रही है । ताजा मामला विधायक नारायण पटेल के पीए ब्रजलाल पटेल से जुडा है । ब्रजलाल पटेल को विधायक नारायण पटेल ने सचिवीय कार्य के लिये नियुक्त किया है । सिंगाजी ताप परियोजना मे ओमप्रकाश की दुखद मौत के बाद हुये हंगामे और अफसरो से मारपीट की घटना के बाद नया खुलासा हुआ है । मप्र0पावर जनरेटिंग कम्पमनी के अफसरो ने 13लोगो की नामजद शिकायत पेश की है इसमे विधायक के पीए ब्रजलाल पटेल का नाम भी जुडा हुआ है ब्रजलाल पटेल ने खुलासा किया कि घटना दिवस सुबह मै अपने २० साथियो के साथ पावागढ दर्शन करने के लिये रवाना हो गया था तीन फोर व्हीलर गाडियो मे पावगढ दर्शन कर हम लोग 28 की रात मे मूंदी लौटे है यहां आकर मालूम पडा कि अफसरो ने जो शिकायत की है उसमे मेरा नाम भी जोड दिया गया है । ब्रजलाल पटेल ने बताया कि घटना दिवस सिंगाजी ताप परियोजना मे मौके पर मै मौजूद नही था न ही ऐसी कोई वारदात मे मेरा कोई हाथ है उन्होने बताया कि मुझे बदनाम एवं फसाने के लिये इस तरह का षढयंत्र रचा गया है । थर्मल पावर अफसरो के साथ मौके पर क्या हुआ मेरी जानकारी मे नही है ।मेरा नाम साजिश के तहत घसीटा जा रहा है मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा हेै । विधायक पीए पटेल ने बताया कि मैने साक्ष्य के साथ पुलिस अधीक्षक खण्डवा को लिखित शिकायत की है ।