बाल पथ संचलन: बाल स्वयंसेवकों ने घोष की धुन पर मिलाए कदमताल, संघ के परिक्ष प्रभाव से समाज में नैतिक परिवर्तन--श्री एंडोले
बुरहानपुर- विजयदशमी के उपलक्ष्य में रविवार सुबह ब्रह्मपुर नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाल स्वयंसेवकों का पथ संचलन निकला। संचलन में दण्ड व घोष वाहिनियों के साथ कदमताल करते बाल स्वयंसेवक नगर के प्रमुख मार्गो से होकर गुजरे समाज जनो ने विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।महिला मंडलों द्वारा रंगोली बनाकर, विभिन्न झाकियो के साथ बाल स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
प्रतिवर्षानुसार विजयदशमी के उपलक्ष्य में इस वर्ष गांधी चौक पर सुबह ९ बजे संघ के बाल स्वयंसेवक एकत्रित हुए। यहाँ मुख्य अतिथि डाक्टर आशीष जी जैन व मुख्य वक्ता श्री पवन जी एंडोले नगर कार्यवाह ने शस्र पुजन कर स्थान ग्रहण किया। ध्वज प्रणाम व प्रार्थना पश्चात बाल स्वयंसेवक द्वारा अमृत वचन एवं गीत प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि डाक्टर आशिष जी जैन ने संघ कार्य एवं राष्ट्र निर्माण में संघ की भूमिका आदि पर विस्तार पुर्वक प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ता श्री पवन जी एंडोले ने १९२५मे विजयदशमी के दिन मोहितो का बाडा नागपुर में डाक्टर हेडगेवार जी द्वारा संघ स्थापना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में संगठन, एकता, प्रेम, बंधु भाव, देश भक्ति, अनुशासन और समरसता का संचार तो हुआ ही है इसके साथ संघ के परिक्ष प्रभाव से समाज में नैतिक परिवर्तन आता भी स्पष्ट देखा जा सकता है।
तत्पश्चात बाल स्वयंसेवक पथ संचलन को निकले । संचलन गांधी चौक, फव्वारा चौक, तिलक चौराहा, सिलमपुरा, दत्तात्रेय नगर, सुन्दर नगर होतें हुए गुर्जर समाज मंगल भवन पहुंचकर समापन हुआ।
*संचलन की विशेषता:*
१) धन स्तंम्भ व्यूह रचना में संचलन
३)चर्तुव्यह पथ संचलन
४) तीन घोष वाहिनी
४) नौ वाहिनी
५) एक ध्वज वाहिनी