बिसा लाड़ समाज ने स्वच्छता की शपथ लेकर सिंगल प्लास्टिक यूज को किया बाय - बाय
खंडवा , संजय चौबे । स्वच्छ भारत के नारे लगाना ,सरकारी खर्च पर बड़े आयोजन करना या सरकारी योजनाओं के आधार पर स्वयं सेवी संगठनों द्वारा बड़ा बजट खर्च करना और उसका बड़ा प्रचार प्रसार करना ये हमारे देश मे आम बात हो गईं है लेकिन इससे दूर बिना किसी प्रचार और सरकारी सहायता के आज लाड़ समाज ने देश को एक अनुकरणीय संदेश दिया है।
अश्विन नवरात्रि की चतुर्थी को बीसा लाड़ समाज के पंख्या गोत्र ने आराध्य पूजन के साथ राष्ट्र धर्म के सम्मान का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। नवरात्रि में सगोत्र भ्राताओं के पहली बार सामूहिक पूजन किया । समाज की धर्मशाला से माता चौक माँ विजयासन धाम तक ध्वजयात्रा में शामिल होकर कुलदेवी का पूजन और आरती की । इसके बाद सभी महिला पुरुष बच्चे लाड़ समाज धर्मशाला पहुचें।धर्मशाला में कन्या भोजन और सामूहिक प्रसाद का आयोजन किया गया।
धार्मिक सामाजिक अवसर पर समाज के अध्यक्ष प्रमोद अरझरे ने नगर निगम के एकल प्लास्टिक प्रतिबंधित करने का आदेश बताया ।समाजजनो ने एक मत होकर तुरंत सिंगल यूज़ प्लास्टिक प्रयोग बंद करने का संकल्प लिया। राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी की एक सौ पचासवीं जयंती पर राष्ट्र व्यापी स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखकर लाड़ बंधुओं ने स्वच्छ मन ,स्वच्छ तन स्वच्छ वातावरण रखने को प्राथमिकता दी।
समाज के सचिव महेन्द्र लाड़ ने उपस्थित समाज जनो से प्लास्टिक के कप और गिलास की जगह स्टील पीतल ताँबा या धातु के गिलास प्रयोग का प्रस्ताव रखा ।
उपस्थित जनो ने अपनी ओर से उपवास और पवित्रता का ध्यान रखने की बात की। सभी ने एकमत से हर परिवार की तरफ से नए गिलास खरीदने पर सहमति दी इस प्रकार सभी परिवारों के मुखिया ने नए स्टील गिलास और ताँबा लोटे खरीद कर प्रयोग किये और समाज की धर्मशाला दान कर दिए । पंख्या लाड़ समाज के वरिष्ठजनो का भी सम्मान किया गया।