सोमवार, 14 अक्तूबर 2019

हनीट्रेप केस में रोचक मोड़, उजागर करने वाले अफसरों ने साधी चुप्पी

हनीट्रेप केस में रोचक मोड़, उजागर करने वाले अफसरों ने साधी चुप्पी


हनीट्रेप केस में दो पूर्व सीएम, दो मंत्री, सांसद, विधायक, पाँच आईएएस, चार आईपीएस के नामों का उल्लेख कर इन्हें अभियुक्त बनाने के लिए कोर्ट में लगाया आवेदन


प्रमुख अखबारों के संपादकों को बनाया गवाह


वीडियो क़ांफ़्रेस के ज़रिए आरोपी महिलाओं की कोर्ट में लग रही है उपस्थिति


इंदौर । (राजेन्द्र के. गुप्ता 98270-70242) वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रुचिवर्धन मिश्र के निर्देश पर इंदौर पुलिस द्वारा उजागर किया गया हनीट्रेप प्रकरण प्रदेश के साथ पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है । इस केस को उजागर करने वाले पुलिस अफसर सरकार के सितारा अफसर हो गए है । वही इस मामले में एफआईआर दर्ज करवा कर हिम्मत दिखाने वाले निगम सीई हरभजन सिंह सहित पुलिस अफसरों ने चुप्पी साध ली है । सिंह को शायद इस बात की हिदायत दी गई हो । आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा कोर्ट में लगाए दो आवेदन से इस केस में रोचक मोड़ आ गया है, अगर कल दिनांक 15/10/19 को कोर्ट आवेदनों के पक्ष में निर्णय देती है तो कई राजफास होंगे....वही मीडिया में छप रही मनगढ़नत खबरों पर भी लगाम लग सकती है...


प्रमुख अखबारों में प्रकाशित इस केस से जुड़ी खबरों में हनी का स्वाद लेने के बाद, हनी का शिकार हुए बड़े-बड़े नामों का उल्लेख किया गया है । इस मामले की सुनवाई कर रहे जेएमएफसी जज मनीष भट्ट की कोर्ट में एक आरटीआई कार्यकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए धारा 102 में आवेदन प्रस्तुत किया है । एक अन्य आरटीआई कार्यकर्ता ने दूसरा आवेदन धारा द.प्र.स. की धारा 190 में लिखित आवेदन प्रस्तुत कर, हनीट्रेप में फँसे दो पूर्व मुख्यमंत्री,  दो सांसद, दो पूर्व मंत्री, पाँच आईएएस, चार आईपीएस, विधायक, दो पत्रकार के नामों का उल्लेख करते हुए इन्हें अभियुक्त बताया है और इनके विरुद्ध पुलिस जाँच में अनुसंधान करने की माँग की है । वही जिन अखबारों में हनी के शिकार नेताओ और अफ़सरों के नामों का उल्लेख कर खबरें प्रकाशित की गई है, उन अखबारों के नामों का उल्लेख करते हुए, संपादकों के बयान गवाह के रूप में दर्ज करने की माँग भी की है ।एडव्होकेट अमर सिंह राठौर ने बताया की आरोपी महिलाओं की कोर्ट में उपस्थिति सुनवाई कोर्ट ने वीडियो क़ांफ़्रेंस के ज़रिए की ।अभी आरोपियों की तरफ़ से कोई आवेदन नही लगाए गए है । आरोपी ड्रायवर की जमानत आवेदन खारिज हो चुका है और धारा 467, 468 का भी केस रजिस्टर्ड होने के बाद श्वेता के एडव्होकेट धर्मेन्द्र गुर्जर ने जमानत आवेदन वापस ले लिया था । अब आरोपियों के वकील पुलिस की आगे की कार्यवाही का इंतज़ार कर रहे है । वही कई केसो के मामलों में प्रेस क़ांफ़्रेंस लेकर जानकारी देने वाले पुलिस अफसरों ने इस मामले में चुप्पी साधी ली है, मीडिया प्रेमी अफसरों की चुप्पी से केस के हाईप्रोफ़ाईल होने का अंदाजा लगाया जा सकता है । पूर्व मुख्यमंत्री सहित कुछ बड़े नेताओ के साथ हनीट्रेप केस की आरोपी महिलाओं के फ़ोटो सामने आ चुके है । दोनो बड़े राजनीतिक दल के नेता इस केस से अछूते नही रहे । यही कारण है एसआईटी के अफसरों को कई बार बदल दिया गया,  इस केस का हश्र भी व्यापमं जैसा होने की उम्मीद है, जितना बड़ा मीडिया में खबरों का अंबार लगा है, उतना ही फूसससस परिणाम आए... लगता है खोदा पहाड़ निकले चुहिया वाली कहावत चरितार्थ होगी... एडव्होकेट नीरज सोनी ने कहा हमारे द्वारा प्रस्तुत आवेदन को स्वीकार करके, अगर कोर्ट अब तक मिले साक्ष्यों की कापी देख ले और एक -एक कापी कोर्ट के रिकार्ड पर ले ले तो परिणाम बदल सकता है .....इस केस में एफआईआर करवाने वाले निगम अफसर की उसी तरह सराहना की जाना चाहिए जिस तरह प्रताड़ना की शिकार महिला द्वारा आगे आने पर की जाती है .... वर्ना भविष्य में लोग आगे आने से डरेगे, एसीएस मीणा का वीडियो वायरल होने के बाद भी वो आगे नही आए, ना पुलिस ने स्वतः संज्ञान लिया। खबर अभी जारी है ......


आवेदन में बड़े नाम 


कोर्ट में पेश किए गए आवेदन में दो पूर्व सीएम, दो मंत्री, दो सांसद, राष्ट्रीय पदाधिकारी, इंदौर में पदस्थ रहे कलेक्टर, कमाऊ विभाग के पीएस, पुलिस अफसर सहित कई बड़े नामों का उल्लेख किया गया है ।


भाजपा ने जारी की बुरहानपुर के 45 वार्ड प्रत्याशियों की सूची,3 को रखा होल्ड पर

बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) भारतीय जनता पार्टी संभागीय कार्यालय इन्दौर की संभागीय चयन समिति के संयोजक श्री मधु वर्मा एवं श्री गजेंद्र पटेल के ...