खण्डवा , संजय चौबे । पुनासा तहसील के अंतर्गत आने वाले डूब प्रभावित गांव एखंड के रहने वाले दशरथ पिता चेना की बैकवाटर में डूबने से मौत हो गई। दरअसल ओमकारेश्वर बांध का जलस्तर 193 मीटर से 196 मीटर करने को लेकर जहां एक और नर्मदा बचाओ आंदोलन पुनर्वास एवं अन्य मांगों को लेकर जल सत्याग्रह कर रहा है और आज उसका छठा दिन है । वहीं पानी का स्तर बढ़ने के चलते डूब प्रभावित गांव के घरों में पानी घुसने लगा है जिसको लेकर डूब प्रभावित गांव के लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । उनके खेतों में पानी भरने के अलावा पहुंच मार्ग बंद हो चुके हैं एवं पीने के पानी की समस्या निर्मित हो गई है। पिछले कुछ दिनों में गांव के लोगों की तबीयत बिगड़ने के चलते अस्पताल तक ले जाने में भी खासी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है । हालांकि प्रशासन द्वारा हर संभव मदद करने का प्रयास डूब प्रभावित क्षेत्र के लोगों को किया जा रहा है ।
डूब प्रभावित गांव एखंड में दशरथ चेना पानी भरने के चलते अपने घर को तोड़ रहा था। इस दौरान घर की लकड़ी पानी में बहने लगी । दशरथ अपनी लकड़ी को वापस लाने के लिए पानी में कूद पड़ा लेकिन गहरे पानी में जाने के चलते पानी में डूब गया । दशरथ की मौत की खबर से डूब प्रभावित क्षेत्र के लोग और आक्रोशित हो गए हैं । जल सत्याग्रह कर रहे नर्मदा बचाओ आंदोलन के सदस्य दशरथ की तलाश के लिए मौके पर पहुंचे एवं पुलिस सहित प्रशासनिक अमले ने भी दशरथ कि शव की तलाश शुरू कर दी है। गोताखोरों की मदद से शव को ढूंढने का कार्य काफी देर तक चलता रहा दशरथ का शव खोज लिया गया है ।
जल सत्याग्रह की 6 दिन बीत जाने के बावजूद भी इस समस्या का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। प्रशासन के अपने दावे हैं । नर्मदा बचाओ आंदोलन के अपनी मांग हैं परंतु देखना यह होगा कि इस गंभीर समस्या का समाधान आखिर शासन-प्रशासन किस तरीके से निकाल पाता है । परंतु अगर यह मामला लंबा खींचता है तो इसमें ग्रामीणों के बीमार होने के अलावा इस तरह के खतरों की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी ।