रविवार, 20 अक्तूबर 2019

मेग्निफिसेंट MP.... अब सोच और प्रदेश की तस्वीर दोनो बदलेगी अत्यधिक प्रभावशाली और आकर्षक इंवेस्टर समिट साबित होगी

मेग्निफिसेंट MP....


अब सोच और प्रदेश की तस्वीर दोनो बदलेगी


अत्यधिक प्रभावशाली और आकर्षक इंवेस्टर समिट साबित होगी



*उधोगपतियों ने स्वयं रुचि ली, प्रदेश के युवाओं को मिलेगा उनकी शिक्षा का लाभ, मिलेंगे रोजगार*


*सीएम और सीएस की टीम ने जीता उधोगपतियों और जनता का दिल*


*शानदार, जानदार और अपनत्व देने वाला मध्यप्रदेश*


*बढ़प्पन रख, कुशल राजनीतिज्ञ चाणक्य की तरह स्थिति को सामान्य बना देते है सीएम कमलनाथ*


*उद्धोगपति ख़ुद सहभागिता कर रहे है, यह पहली बार हुआ*


*पकोड़े से नही, प्राप्त शिक्षा से मिलेगा रोजगार और व्यवसाय*


*विकास के साथ सम्मानजनक ज़िंदगी जिएगी जनता*



*मेग्निफिसेंट का हिंदी अर्थ मुझसे कई व्यक्तियों ने पूछा, मेग्निफिसेंट का मतलब अत्यधिक प्रभावशाली और आकर्षक होता है, शानदार, जानदार और अपनत्व देने वाला भी बोल सकते है । इस अर्थ को चरितार्थ करने के लिए ही, सीएम कमलनाथ और सीएस मोहंती के अफसरों की टीम अथक मेहनत कर रही है, इस बार घौषणाएँ नही सब कुछ प्रेक्टिकली करने की कोशिश की जा रही है, इसका मूर्त रूप में होने का पूरा भरोसा भी इसलिए है, क्योंकि इस मेग्निफिसेंट एमपी में उधोगपति स्वयं रुचि ले रहे है, उसका सबसे बड़ा कारण है प्रदेश का मुखिया उनकी परेशानियों को वास्तविकता में समझने और हल करने वाला है ...इस समिट से प्रदेश की धरती पर युवाओं को रोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे और व्यापारियों का व्यापार बढ़ेगा ....



सीएम कमलनाथ स्वयं भी उधोगपति है, इसलिए उन्हें उधोगपतियों के दर्द और समस्याओं का अहसास और अनुभव दोनो है । सीएम कमलनाथ के पास उन समस्याओं के हल भी है जिनका सामना उधोगपतियों को करना पड़ता है। सीएम कमलनाथ बड़ी सोच रख कर, विकास और निर्माण पर ध्यान केंद्रित रखते है, धरातल पर काम के परिणाम कैसे आए इस पर उनका फ़ोकस रहता है, व्यर्थ के विवादों को छण भर में निपटा देते है, यही सबसे बडें कारण है कि उधोगपतियों ने मेग्निफिसेंट एमपी में स्वयं रुचि ली, जिसके वास्तविक परिणाम भी जल्दी नजर आएँगे, प्रदेश के युवाओं को उनकी शिक्षा का लाभ मिलेगा और रोज़गार भी मिलेंगे, अब एमपी के युवाओं को ठेले पर पकोड़े बेचने जैसे तंज नही सुनने पड़ेंगे.....



सड़क पर गाय हो या पत्र लेखन कटुता मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कुशल राजनीतिज्ञ चाणक्य की तरह इन्हें ऐसे समाप्त किया जैसे कुछ हुआ ही नही । गाय, घोटाले और विवादित मुद्दों को उठा कर अपनी राजनीति चमकाने वालों को, कई अवसरों पर सीएम कमलनाथ ने सामान्य ढंग से मुद्दों को सही बता उनका वही पटाक्षेप कर दिया । जबकि अब तक ऐसा नही होता था, बल्कि अहंकार रूपी वक्तव्य देने से विवादों को  हवा मिल जाती थी । यही कारण है कि पक्ष-विपक्ष के कई हवा-हवाई नेता साईलेंट मोड़ पर चले गए है, क्योंकि सीएम कमलनाथ का तार्किक और चाँदी के बरक में लपेटा हुआ जवाब उनकी किरकिरी कर देता है...। यह पहली बार देखने को मिल रहा है कि किसी विवादित बयान पर बवाल मचाने की बजाए उसे वही समाप्त कर दिया जा रहा है । इन सभी कारणों से मध्यप्रदेश में सकारात्मक माहौल बन गया है । जनता और उद्धोगपतियो की सोच में भी परिवर्तन आया है, वो स्वयं आगे बढ़ कर विकास और अच्छे कामों में हिस्सा लेने के लिए आगे आने लगे है । 


सीएस की जमीनी टीम ने, उद्धोगपतियो और जनता की बदली सोच -


मुख्य सचिव सुधि रंजन मोहंती ने उन अफसरों को मुख्य ज़िम्मेदारियाँ दी है, जो फिल्ड वर्क करते है और काम करवाने का प्रेक्टिकली अनुभव रखते है । मोहंती की टीम के अफसरों पर अफसरशाही हावी नही है। मोहंती की टीम के अफसर जनता और जनहित के कामों को तवज्जों देकर, ख़ुद की निगरानी में कामों को करवाते है । इंदौर रेवन्यू कमिश्नर आकाश त्रिपाठी, जनसम्पर्क आयुक्त पी.नरहरि, कलेक्टर लोकेश जाटव, मनोज पुष्प, विवेक श्रोत्रिय, आबकारी डीसी विनोद रघुवंशी , मुकेश नेमा, गोपाल ड़ाड, संजय दूबे, आशीष सिंह, डॉ. राजेश राजौरा, संजय शुक्ला, दीपक सिंह, एडीजी वरुण कपूर, एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र सीएस की टीम के ऐसे अफसर है, जिनकी प्रशासनिक क्षमता का हर कोई लोहा मानता है । वर्तमान में इंदौर कमिश्नर आकाश त्रिपाठी और इन अफसरों ने इंदौर कलेक्टर रहते शासकीय भूमि को भूमफ़ियाओं से बचा कर लैंड बैंक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । व्यापक जनहित में शिक्षा, चिकित्सा (एमवाय सहित अन्य शासकीय चिकित्सालयों को जनता के लिए सुविधाजनक बनाना), इंदौर में सबसे ज़्यादा अंगदान करवा कर इसके लिए देशभर में जनता को प्रोत्साहित किया, अफसरों के द्वारा शासकीय स्कूल में जा कर बच्चों को पढ़ना (विधांजली), नदियों के संरक्षण कार्य को गति देना और जल संरक्षण के लिए योजनाएँ लागू करना, खाद-बीज आदि को लेकर किसानों की समस्याओं का त्वरित निराकरण आदि क्षेत्र में किया काम सात महीनों में ही दिखने लगा है । अतिवर्षा और प्राकृतिक आपदा से निपटने का जो कौशल मंदसौर पुष्प सहित प्रदेश के अफसरों ने दिखाया है वो देश के अन्य राज्यों में उदाहरण बना हुआ है । त्रिपाठी जैसे अफसर जनता की समस्याओं को सुन कर उसका निराकरण करने में जरा भी कोताही बर्दास्त नही करते है। ये अफसर अच्छा काम करने वाले अपने मातहत अधिकारियों-कर्मचारियों के मान-सम्मान का भी पूरा ख़याल रखते है । इनकी निर्णय क्षमता काम करने के इनके मजबूत इरादों को स्वतः बता देती है । एडीजी वरुण कपूर जनता की सुरक्षा के लिए स्वयं मेदान में सक्रिय रहते है । ये सभी अफसर ऐसे है जो व्यर्थ की पचेड़ेंबाजी में पड़ने की बजाए काम पर फ़ोकस रखते है। ऐसे कई कारण से प्रदेश में शांति पूर्ण ढंग से सभी व्यवस्थाएँ चल रही है ...खबर अभी जारी है....


सीएम के दो मजबूत हाथ -


प्रवीण कक्कड़ और राजेन्द्र मिगलानी सीएम कमलनाथ के दो ऐसे मज़बूत हाथ है जो ख़ूब भी हर स्थिति में सामान्य रह कर बड़े-बड़े काम आसानी से करवाने की कला में पारंगत है । अब तक के राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब बड़े स्तर पर किसी राज्य सरकार को डेमेज करने के लिए छापे जैसी कार्यवाही हुई हो और उसका उलटा असर हो जाए ।वास्तव में कक्कड के कारण कमलनाथ की छवि में इज़ाफ़ा हुआ है और उनके हर तरह से मजबूत होने का संदेश गया है ।


भाजपा ने जारी की बुरहानपुर के 45 वार्ड प्रत्याशियों की सूची,3 को रखा होल्ड पर

बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) भारतीय जनता पार्टी संभागीय कार्यालय इन्दौर की संभागीय चयन समिति के संयोजक श्री मधु वर्मा एवं श्री गजेंद्र पटेल के ...