नगर के व्यापारियों ने निष्पक्ष जांच व आरोपी की पत्नी को सह आरोपी बनाने की मांग
हरदा। छीपाबड़ थाना क्षेत्र का बहुचर्चित मामला जिसमें लाइसेंसी व्यापारी अभिषेक और मोनू उर्फ मोनू जैन द्वारा किसानों की करोड़ों रुपए की उपज के गबन मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर उसे दो बार रिमांड पर लिया गया था जिसमें पहली रिमांड में पुलिस ने मोनू जैन से कुछ व्यापारियों के नाम कबूल किए थे और किसानों की उपज जो खरीदी थी वह कुछ व्यापारियों को मोनू जैन बेचा था जिस की बकाया राशि की जानकारी पुलिस को दी थी जिसमें से एक व्यापारी से चार लाख रुपए छीपाबड़ पुलिस ने जप्त भी किए थे और कुछ व्यापारियों के नाम भी बताए थे पर 7 दिन की रिमांड समाप्त होने के बाद पुलिस द्वारा कोई खुलासा नहीं किया गया फिर पुलिस द्वारा दोबारा मोनू जैन की रिमांड हरदा कोर्ट में पेश किया गया रिमांड के दौरान आरोपी की पत्नी भारती जैन द्वारा छीपाबड़ थाना प्रभारी सहित अन्य व्यापारियों पर आरोप लगाए गए और मामले की जांच सीबीआई से कराने की गुहार होशंगाबाद आईजी से लगाई थी और शनिवार के दिन छीपाबड़ पुलिस द्वारा मोनू जैन की साली को गिरफ्तार करने के लिए होशंगाबाद पहुंची जिसमें छीपाबड़ पुलिस आरोपी की साली के घर पहुंची और साली को गिरफ्तार किया इस दौरान जैसे ही उसके पति को पता चला तो उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की और पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप लगाए और छीपाबड़ पुलिस द्वारा दूसरी बार की रिमांड अवधि समाप्त होने से पहले मोनू जैन को रविवार को दोपहर के समय न्यायालय पेश कर जेल भेज दिया गया
व्यापारियों ने निष्पक्ष जांच और आरोपी की पत्नी को आरोपी बनाने की की मांग
किसानो की उपज खरीदकर भुगतान न किए जाने के मामले में पुलिस रिमांड पर चल रहे व्यापारी मोनू जैन को जेल भेज दिया। आरोपी मोनू की रिमांड 17 अक्टूबर तक चलनी थी, लेकिन पुलिस द्वारा अचानक ही उसे रिमांड अवधि समाप्त होने के 4 दिन पूर्व ही जेल भेज दिया। वही मामले में व्यापारी मोनू जैन की पत्नि को सह आरोपी बनाने के लिए व्यापारी पंकज सांड सहित अन्य ने थाने में लिखित आवेदन दिया है। जिसमें बताया कि आरोपी की पत्नि फरारी के दौरान साथ थी। साथ ही मामले की जानकारी होने के बावजूद पुलिस से छिपाती रही। उन्होने मामले में भारती जैन को भी आरोपी बनाए जाने की मांग की है। इस दौरान व्यापारी प्रतिनिधि हेमचंद नागड़ा, निर्मल विनायक्या, पूनमचंद सोनी, सुगनचंद भंडारी, दुर्गादास पाटिल, शंकरसिंह सोलंकी, सुधीर सोनी सहित अन्य व्यापारी नागरिक मौजूद थे।
हरदा से संजय नामदेव की रिपोर्ट