वाल्मीकि संगठन ने हर्षोल्लास से मनाई महर्षि वाल्मीकि जयंती
बुरहानपुर। मंडी बजार कार्यालय पर वाल्मीकि संगठन ने महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाई। संगठन पदाधिकारियो ने वाल्मिकी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की तत्पश्चात संगठन प्रमुख उमेश जंगाले ने महर्षि वाल्मीकि जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा की वाल्मिकी जी रचित श्री रामायण ग्रंथ की रचना से सद्मार्ग पर चलने का संदेश दिया हम सभी को उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी संस्कृत भाषा के पितामाह थे, जिन्होंने बुराई पर नेकी की जीत का संदेश अपने महान ग्रंथ श्री रामायण के जरिए दिया। उन्होने समाज में से भेदभाव को दूर करने के लिए भी प्रेरित किया और सभी को आपस में मिलजुल कर रहने की प्रेरणा दी वह आदिकवि के रुप मे भी जाने जाते है। वाल्मीकि जी के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें समाज की भलाई के काम करने चाहिएं। संपूर्ण महापुरुषों की जयंती पर उन्हें याद करने मात्र से ही समाज के भले के काम नहीं हो जाते बल्कि उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर पूरी निष्ठा व इमानदारी से चलना होगा। इस दौरान सहदेव बोयत रंजीत निधाने रवि जंगाले नागेश पाथरोल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।