50 हजार श्रद्धालुओं ने कार्तिक मेले में शिरकत कर पुण्य कमाया
खण्डवा , संजय चौबे । तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में श्री गजानन सेंवा संस्थान ओंकारेश्वर( शेंगाव) द्वारा हजारों भक्तों की निस्वार्थ और पूरे सेवा भाव से कार्तिक मेले के दौरान पहुचनें वाले पंचक्रोशी यात्रीओं व अन्य तीर्थयात्रियों की बीते कई वर्षों से सेंवा की जाती है । करीब 5 एकड़ के मैदान में वाटरफ्रुफ टेंट में उचित बिछायत व्यवस्था करके शुद्ध पेयजल, नाश्ता ,चाय, भोजन , पहनने के वस्त्र, विश्राम व्यवस्था, सहित अनुभवी चिकित्सकों द्वारा उपचार की व्यवस्था सहित निशुल्क दवाई वितरण की जाती है।
ओंकारेश्वर तीर्थ में 75 कि.मी. का पैदल सफर तय करके पहुचने वाले पंचक्रोशी भक्तों के लिए यहा पहुचने पर स्वर्ग से कम नही होता है।
बडी श्रद्धा व सेंवा भाव से संस्थान के सदस्यों द्वारा भक्तों की सेंवा की जाती है।
पिछलें 20 वर्षो से लगातार पंचक्रोशी यात्रा मे शामिल हो रहे है आगर निवासी श्याम लाल जी ने बताया कि वह करीब पिछले 15 वर्षों से संस्थान की सेवा का लाभ ले रहे हैं उन्होंने कहा कि संस्थान की सेवा अतुलनीय है ।जिसकी प्रशंसा शब्दों में की जाना असंभव है। यहां पहुंचने पर गजानन संस्थान के सेवक गण श्रद्धालुओं का बहुत ध्यान रखते हैं ।
कार्तिक मेला पर्व के दौरान इन दो दिवसीय आयोजन में करीब 50 हजार लोगों ने संस्थान की सेवा का लाभ लिया।
संस्थान की सबसे बड़ी विशेषता उन्होंने प्रदूषण से नगर को बचाने के लिए प्लास्टीक डिस्पोजल के पत्तल दोनों का उपयोग नहीं किया पलाश के पत्तों से बने पत्तल, दोने मे ही हजारों भक्तों को भोजन कराया साथ ही स्टील के गिलास पीने का पानी उपलब्ध कराया जिसकी चारों और प्रशंसा हुई। एवं करीब 10 हजार आदिवासी जरूरतमंद महिला बच्चे बुजुर्ग लोगों को निशुल्क कपड़े वितरण किए।
इस आयोजन में करीब 300 सेवादार दिन रात लगातार सेंवा देते रहें।
इसके अतिरिक्त संस्थान की ओर से नगर के प्रमुख घाटों पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था भी की गई है ।साथ ही तीर्थनगरी के मुख्य धार्मिक पर्व महाशिवरात्रि ,नर्मदा जयंती सहित अन्य प्रमुख पर्वो पर भी यहां लाखों की संख्या में पहुंचने वाले भक्तों की व्यवस्था संस्थान की ओर से की जाती है।