आबकारी अफसरों की ये कैसी कार्यवाही, मालिक तो पकड़ाते नही, टेंकर चालक भी भाग गए
लगता है आबकारी अफसरों से अच्छी फ़िटनेस ड्रायवरों क्लीनरों की है
टेंकर जप्त, अब ना मालिक मिलेंगे, ना ड्रायवर ... शराब की तरह हो गई बहुत बड़ी कार्यवाही...
इंदौर/सेंधवा। (राजेन्द्र के.गुप्ता 98270-70242) डीसी विनोद रघुवंशी के निर्देश पर दो टेंकर शराब अवैधानिक रूप से परिवहन करते पकड़ी गई। पर कार्यवाही के लिए भेजे गए विवादित सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे के द्वारा की गई कार्यवाही पर सवाल उठ रहे है । क्योंकि उन्होंने टेंकर तो पकड़ लिए पर मालिक तो ठीक ड्रायवर और क्लीनर को भी पकड़ नही पाए, वो भी भाग गए । इंदौर एसी रहते दूबे ने अवैध शराब पकड़ी थी तब भी उन्होंने मालिक को पकड़ लेने का दावा किया था पर दूबे ख़ुद हर पोस्टिंग के बाद विवाद में बने रहे और एक स्थान को पकड़ नही पाए... खैर
दो टेंकरों में भरी लगभग साठ हजार लीटर शराब जब्त की है, ड्रायवर को पकड़ने के बाद भी मालिक का पता कर पाने में नाकाम रहे दूबे इस मामले में ड्रायवर को भी नही पकड़ पाए । बड़वानी जिले के सेंधवा के नजदीक गवाड़ी गाँव मे पंजाब के दो टैंकर से ई.एन.ए. बेची जा रही थी। डीसी रघुवंशी को मुखबिर से सूचना मिली तो उन्होंने, दूबे को उसे पकड़ने के निर्देश दिए । दुबे ने बड़वानी स्टाफ के साथ कार्यवाही कर टैंकर क्रमांक पी.बी. /11 सी.बी.6902 और पी.बी. 11 बी.ए. 5302 में भरी स्प्रिट को जप्त किया । टेंकर के ड्रायवरों की फ़िटनेस देखो दोनो टेंकर के वाहन चालक पूरी आबकारी अफसरों की टीम को चकमा देकर भाग गये।
विभाग द्वारा दी जानकारी के अनुसार दोनों टैंकर की सील भी टूटी पाई गई ,टेंकरो में 2500 व 750 लीटर मात्रा कम पाई गई। अब फिर सवाल खड़ा होता है, मात्रा कम हो गई, ये विभाग के दूबे जी को कैसे पता ? या कितनी मात्रा में भर कर चले थे ? कम हुई मात्रा पर संदेह भी जताया गया की उसे ड्राइवर ने बेच दिया होगा। खैर दोनों टैंकर को कब्जे में लेकर आबकारी की धारा 34(2) ,49 ए में अपराध कायम किया गया। अब ना मालिक मिलेंगे, ना ड्रायवर ... शराब की तरह हो गई बहुत बड़ी कार्यवाही...