महिला एंव बाल विकास विभाग के तत्वाधान में महिला एवं बाल विकास अधिकारी संजय कुमार जैन के निर्देशन में शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई हायर सेकंडरी स्कूल छतरपुर में बेटी बचाओ बेटी, पढाओ योजनांतर्गत सम्मान, सुरक्षा, स्वरक्षा संवाद थीम पर जेण्डर संवेदीकारण कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राची सिंह चंदेल, प्रषासक वन स्टॉप सेन्टर, प्रदीप रिछारिया, एवं मनोज साहू उपस्थित रहे साथ ही विद्यालय से प्राचार्य सरिता अग्रवाल एवं अन्य स्टॉफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में बेटी बचाओं, बेटी पढाओ योजनांतर्गत सम्मान, सुरक्षा, स्वरक्षा संवाद कार्यक्रम अंतर्गत जेण्डर संवेदीकरण पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में छात्राओं को बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के उद्देष्य के बारे में विस्तार से बताया गया एवं जिले में शिशु लिंगानुपात संबंधी आंकडो के बारे में बताया गया।
छात्राओं को बताया गया कि समाज में कुछ ऐसी घटनाएं घटी है कि लोगों की मानसिकता पुरूष प्रधान, पितृ सत्तातमक हो गई है। इस मानसिकता को परिवर्तन करने की आवश्यकता है। केवल कानून या दण्डात्मक कार्यवाही करने से अपराधों को रोका नहीं जा सकता है। इसके लिए लोगों में मानसिकता परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। उपस्थित छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे,, जिनका उत्तर प्राची सिंह द्वारा दिया गया।
छात्राओं को गुड टच एवं बैड टच के बारे में भी बताया गया। छात्राओं को समझाया गया कि अन्याय, अत्याचार और अनाचार का विरोध करना सीखना होगा। विद्यालय की छात्राओं से आव्हान किया कि यहां से संकल्प लेकर जाये कि, वे स्वयं न अत्याचार सहेंगी और न ही आने वाली पीढी को सहने देंगी। कार्यक्रम में लाडो अभियान अंतर्गत बाल विवाह क्या है, बाल विवाह के दुष्परिणाम एवं बाल विवाह की सूचना प्राप्त होने पर क्या कार्यवाही की जा सकती है के बारे में बताया गया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण अधिनियम 2012 पर विस्तार से चर्चा की गई। छात्राओं को कैरियर से संबंधित जानकारी भी प्रदाय की गयी। तथा बाल हिंसा यौन उत्पीडन के संबंध में भी विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में नवमी, दसवीं, ग्यारवीं, एवं बारहवीं विभिन्न संकाय की लगभग 400 छात्राएं उपस्थित रहीं।