पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी का जमकर हुआ विरोध,कड़ी कार्यवाही करने पुलिस अधीक्षक से की मांग,
पत्रकार सुरक्षा के लिए सरकार बनाये कानून
बैतूल। देश की प्रमुख समाचार एजेंसी के प्रतिनिधि पत्रकार के साथ बैतूल के भैसदेही में प्रताडऩा का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अवैध गतिविधियों का समाचार संकलन करने गए। इस पत्रकार के साथ हुई वारदात के बाद बैतूल के मीडिया जगत में आक्रोश और भय का माहौल है। खास बात यह है कि पत्रकार के साथ हुई घटना के आरोपितों में कांग्रेस के कई नेता शामिल बताये जा रहे है। पत्रकारों ने गुरूवार को एसपी बैतूल को ज्ञापन देकर सुरक्षा मुहैया कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। पीडि़त पत्रकार वामन पोटे के मुताबिक वे प्रमुख समाचार एजेंसी यूनीवार्ता के बैतूल प्रतिनिधि के तौर पर वर्षो से पत्रकारिता कर रहे है। गत बुधवार जब वे समाचार संकलन के लिए भैंसदेही पहुंचे तो यहां कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष और हाल ही में मनोनीत किये गए नगरपंचायत अध्यक्ष विनय शंकर पाठक, कांग्रेस के ही मंडलम अध्यक्ष धर्मेंद्र मालवीय के साथ सैकड़ो लोगो ने उन्हें घेर लिया और उनके साथ मारपीट, गाली गलौच शुरू कर दी। यहां तक की उनके पास रखे रुपयों पैसों कागजातों की छीना छपटी शुरू कर दी। उन्होंने भागकर किसी तरह एक दुकान में आश्रय लेने की कोशिश की तो हमलावर वहां भी पहुंच गए और उनके साथ अभद्रता, जान से मारने की धमकी दी जाती रही। उन्हें करीब दो घंटे बंधक जैसी हालत का सामना करना पड़ा। श्री पोटे ने बताया कि वे लंबे समय से भंैसदेही इलाके में चल रही अवैध गतिविधियों को अपने समाचारों के जरिये जगजाहिर करते रहे है। इससे अवैध धंदो में लिप्त कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिससे वे बौखला गए है। उनके साथ हुई घटना के समय अगर वे संयम नही बरतते तो उनके साथ कोई भी बड़ी गंभीर वारदात हो सकती थी। इधर इस वारदात से नाराज पत्रकारों ने इस पूरे मामले में कार्रवाई के लिए एसपी कार्तिकेयन के.को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय विधायक ने दिया जांच का भरोसा
भैसदेही के कांग्रेस विधायक धरमूसिंग ने इस मामले में जांच का भरोसा देते हुए कहा कि वे इस घटना में पत्रकारों के साथ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ हमेशा से पत्रकारों की सुरक्षा की बात करते रहे है वे इसके लिए प्रतिबद्ध है।