संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ ने किया शोध संगोष्ठी का शुभारंभ
निमाड़ उत्सव में हुए व्याख्यान
भोपाल- संस्कृति मंत्री डॉ. विजयक्ष्मी साधौ ने आज निमाड़ उत्सव के अंतर्गत महेश्वर में शासकीय कन्या उमावि में शोध संगोष्ठी का शुभारंभ किया। संस्कृति मंत्री ने कहा कि एक प्रदेश की कला दूसरे प्रदेश भी जानें, ताकि पूरा देश एक सूत्र में बंध सके। स्थानीय कलाकारों की कला को लोगों तक पहुंचाने के लिए जनपदीय कविताओं को निमाड़ उत्सव में शामिल कराया गया है।
शोध संगोष्ठी के प्रथम सत्र में कैलाश मंडलेकर ने निमाड़ के विविध माध्यमों के शिल्पकार प्रदीप जिलवाने ने निमाड़ी व्यंजन, खाद्य और पेय पदार्थों, श्रीमती सुषमा सिटोके ने निमाड़ की चित्र परंपरा, छोगालाल कुमरावत ने निमाड़ के बच्चों के पारंपरिक खेल, दुर्गेश राजदीप ने मंडलेश्वर के पुरातत्व एवं इतिहास, गोविंद कुमार गुंजन ने निमाड़ के अनुष्ठानिक पर्व पर व्याख्यान दिया। दूसरे सत्र में जगदीश जोशीला ने रूपांतर एवं पारंपारिक कलाएं, चंद्रकांत सेन ने निमाड़ की मापन प्रणालियाँ, हरीश दुबे ने नर्मदा परिक्रमा, श्री हुसैन ने निमाड़ी बोली और विजय जोशी ने निमाड़ के त्यौहार और व्रत पर व्याख्यान दिया।