सट्टा कारोबारियों की कसी पुलिस ने नकेल , बड़ा गिरोह धराया
खण्डवा , संजय चौबे । जिले में बड़े पैमाने पर सट्टा करोबार फलफूल रहा है । ये कारोबारी बेखोफ अपने करतूतों को अंजाम दे रहे हैं । लगातार अवैद्य कारोबार की सूचना आला अफसर तक पहुच रही थी उनके सख्त रुख के चलते खण्डवा सीएसपी ललित गठरे को इन्हें दबोचने की कमान सौपी गई और उनकी टीम ने इसमें बड़ी सफलता पाई ।
विश्व प्रसिद्व तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर में अवैध कारोबार जोर शोर के साथ संचालित हो रहे है। यू तो ओंकारेश्वर भगवान देवाधिदेव महादेव की नगरी 12 ज्योंतिलिंगों में शुमार होकर विश्व के मानचित्र पर अलग धार्मिक पहचान रखती है परंतु इसकी यही शोहरत अपराधिक लोगों के आर्कषण का केन्द्र बन गई है। ओंकारेश्वर में कई प्रकार के अवैध कारोबार खुलआम संचालित हो रहे है। जिनकी लगातार सूचनाएं जिला पुलिस अधीक्षक तक आ रही थी इसके चलते शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक डॉ.शिवदयालसिंह ने विशेष टीम गठित कर नगर पुलिस अधीक्षक ललित गठरे को किसी भी कीमत पर ओंकारेश्वर से सट्टा चलाने वाले गिरोह को पकडऩे की जवाबदारी दी थी।
जिसपर सीएसपी ने अपनी एक टीम गठित की और ओंकारेश्वर पहुंचकर अपने मुखबिरों को सक्रिय कर वह कार्रवाई कर दी जिसपर जिला पुलिस को महीनों से इंतजार था। कार्रवाई में 1 लाख रूपये ज्यादा की रकम नगद जप्त हुई वहीं 17 मोबाइल फोन और 30 सट्टा पर्ची की बुक भी जप्त की गई।
इसके साथ ही इस गिरोह का सरगना गजेन्द्र अग्रवाल भी अपने तीन साथियों के साथ पकड़ा गया। पुलिस द्वारा कार्रवाई में पकड़े गए आरोपी गजेन्द्र पिता एकनाथ अग्रवाल, केशव जोशी पिता राजेश जोशी ,लक्ष्मण चन्द्रावत पिता सजनसिंह चन्द्रावत एवं अजय सिंह पिता अर्जुनसिंह को गिरफ्तार किया है।
ओंकारेश्वर मंदिर के पास वार्ड क्रमांक 9 में कालूराम नामक व्यक्ति का मकान किराये पर लेकर यहां आरोपियों द्वारा सट्टे का करोबार किया जा रहा था। सट्टे के इस कारोबार में पकड़े गए सभी आरोपी अलग-अलग अवैध गतिविधियों में भी संलिप्त रहे है। इनमें से अधिकतर अवैध शराब का कारोबार भी तीर्थ नगरी में चला रहे है। जो कोल्ड्रिग्स की दुकानों के नाम पर शराब और अन्य नशीले पदार्थो का कारोबार कर तीर्थ की पवित्रता को नष्ट करने में लगे हुऐ है। वही पुलिस द्वारा आरोपियों से जप्त सट्टा पर्चीयों का मिलान किया जा रहा है जिसमें लाखों के कारोबार की जानकारी होने के संभावना जताई जा रही है।