सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओ को आहत करने वाले पोस्ट पर एडमिन की जिम्मेदारी होगी तय: एसडीएम
रैली व जुलूस के लिए सक्षम अधिकारियों से लेनी होगी अनुमति
खिरकिया। आगामी दिनो में आने वाले विभिन्न त्यौहारों पर शांति और सौहार्द के साथ मनाने के लिए नगर के सभी धर्म अनुयायियों को एसडीएम ने शांति समिति की बैठक में समझाइस दी। जनपद पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित शांति समिति की बैठक में एसडीएम व्ही.पी. यादव ने कहा कि त्यौहारो के दौरान किसी प्रकार से अव्यवस्था न फैले यह सभी धर्म अनुयायियों को ध्यान में रखना होगा। जिले में 1 नवंबर से धारा 144 प्रभावी है, जिसमें प्रदर्शन, रैली, जुलूस आमसभाएं पूर्णतः प्रतिबंधित है। कोई भी व्यक्ति आग्नेय अस्त्र अथवा उसकी प्रतिकृति न तो लेकर चल सकेगा ओर न ही उसका उपयोग करेगा। यदि किसी प्रकार का आयोजन करना है, तो 1000 से कम समूह के आयोजन की अनुमति कम से कम 72 घंटे पूर्व अनुविभागीय अधिकारी (रा.) के समक्ष थाना प्रभारी के अभिमत के साथ प्रस्तुत किया जा सकता है। 1000 से अधिक व्यक्तियों के शामिल होने पर सक्षम पुलिस अधिकारी के अभिमत के साथ अपर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। उन्होने कहा कि होटल, विश्राम गृहों, छात्रावास, मेरिज गार्डन समारोह, लाज, धर्मशाला, सराय आदि में रूकने वाले लोगों के नाम एवं पते का रिकार्ड रखना अनिवार्य होगा। होटल, रेस्टोरेंट तथा शराब की दुकानों के लिए लाइसेंस में निर्धारित समयावधि के बाद खुली नहीं रखी जावेगी। शहर में स्थापित दुकानों कार्यालयों एवं घरों के बाहर लगे सीसीटीवी केमरे की रिकार्डिंग एक माह तक सुरक्षित रखी जावें। ज्वलनशील विस्फोटक पदार्थों के विके्रता किसी भी स्थिति में सामग्री का भंडारण नहीं करें, यदि कोई आयोजन जो सक्षम अनुमति प्राप्त लेकर हो रहे है तो आयोजन स्थल पद ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग के लिए निर्धारित सीमा मापदण्डों का पालन करना होगा तथा रात्रि 10 बजे के बाद ये पूर्णतः प्रतिबंधित है। वाट्सअप ग्रुप से जुड़े एडमिन तथा ग्रुप से जुड़े उपभोक्ता धार्मिक भावनाओं वाले संदेश को प्रसारित नहीं करें अन्यथा ग्रुप एडमिन की जिम्मेदारी तय की जावेगी। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस राजेश सूल्या, तहसीलदार विंकी सिंघमारे, नायब तहसीलदार कुलदीपसिंह तथा खंड स्तरीय अधिकारीगण सहित सभी मंदिरों, मस्ज़िदों, गुरूद्वारा, जैन मंदिर आदि के प्रमुख, क्रेशर मशीन एवं डीजे संचालक नगर के सभी व्यापारिक संस्थानों व्यापारी व नागरिक मौजूद रहें।
खिरकिया से नीरज भदौरिया की रिपोर्ट