वन स्टॉप सेंटर (सखी)-कलेक्टर ने प्रदत्त किया प्रशासक को आईएसओ प्रमाण-पत्र
बुरहानपुर - बुरहानपुर जिले के नवीन जिला चिकित्सालय में स्थित वन स्टॉप सेंटर को आईएसओ प्रमाण पत्र मिला है। यह सेंटर 13 फरवरी, 2017 से महिला बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री राजेश कुमार कौल ने आज सोमवार को प्रशासक श्रीमती रेखा भोंडवे को आईएसओ प्रमाण प्रदत्त कर उन्हें शुभकामनाएं दी और कहा कि यह हमारे जिले के लिए गौरवान्वित करने का विषय है।
वन स्टॉप सेंटर में घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाआंे व बालिकाओं, गलत संगत में पड़ी हुई बालिका एवं ऐसी गतिविधियां जिससे महिलाएं पीड़ित होती है। सभी के संबंध में सुविधाएं एवं सहायता उन्हें प्रदान की जाती है। वन स्टॉप सेंटर (सखी) में 6 प्रकार की सहायता दी जाती है। जिसमें आश्रय सहायता-जहां पीडित महिलाओं को रहने के लिए खाने, कपडे़ की सुविधाएँ, विधिक सहायता-पीड़ित महिलाओं को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान की जाती है।
अभी तक लगभग 334 प्रकरण न्यायालय में वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से पेश किये जा चुके है। परामर्श सहायता-इसके अंतर्गत यदि कोई महिला अपने पति द्वारा मारपीट या व्यवहार से पीड़ित है, तो उनकी काउंसलिग कर समझाईश दी जाती है इस संबंध में लगभग 194 समझौते वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से कराये जा चुके है। चिकित्सा सहायता-इसमें महिलाओं को चिकित्सा संबंधी सुविधाएं मुहैया कराई जाती है। जैसें-आंखों का ऑपरेशन। पुलिस सहायता-यदि किसी महिला को पुलिस सहायता की आवश्यकता होती है तो वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से पुलिस से समन्वय स्थापित कर उसे पुलिस सहायता प्रदान की जाती है। आपातकालीन सहायता-आईएसओ प्रमाणित वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे सुविधा के लिए उपलब्ध रहता है।