बुरहानपुर- अपने अस्तित्व को बचाने के लिए जद्दोजहद करता सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय जो 100 वर्ष पूर्व रॉबर्ट सन हायर सेकेंडरी स्कूल के नाम से प्रख्यात था , धीरे धीरे उसका अस्तित्व समाप्ति की ओर अग्रसर हो रहा है। शासन की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु पहले तो सुभाष स्कूल के आसपास स्थित विद्यार्थियों खेलने के मैदान को सीमेंट की बिल्डिंग में परिवर्तित कर दिया गया। यहां पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला शिक्षा केंद्र, उत्कृष्ट विद्यालय की नई इमारत, ताप्ती जल आवर्धन योजना अंतर्गत नगर पालिक निगम द्वारा भव्य पानी की टंकी, इंडोर स्टेडियम निराश्रित बालक छात्रावास के साथ-साथ शासन की योजना में स्वीकृत उत्कृष्ट बालक एवं बालिका छात्रावास हेतु भव्य इमारतें बना दी गई ।
जिससे स्कूल के पीछे का उक्त खेल का मैदान पूरी तरह से समाप्त हो गया है किसी जमाने में इस परिसर में कृषि की जाती थी जहां पर विद्यार्थियों को कृषि संबंधी जानकारी दी जाती थी। उसके पश्चात यहां पर भूमि समतल करके विद्यार्थियों के लिए खेल का मैदान बनाया गया था जहां पर स्कूल के विद्यार्थी खेल अंतराल पर में विभिन्न खेल खेला करते थे। अब यह खेल का मैदान पूरी तरह खत्म हो गया है और यहां पर केवल भव्य इमारते नजर आ रही है।
आज यहां निर्माणाधीन बालक और बालिका छात्रावास छात्रावास के लिए बिजली व्यवस्था हेतु बिजली के खंभों के लिए तार डाले गए जिसके लिए यहां 100 साल पुराने बरगद के पेड़ की टहनियों को बेरहमी से काटा गया जो कभी और रॉबर्टसन हायर सेकेंडरी स्कूल का प्रत्यक्षदर्शी अंतिम गवाह था। जबकि बिजली के खम्भे और डीपी लगाने के लिए अन्य जगह भी उपलब्ध थी। इस पेड़ की टहनी को बिना कांटे बिना भी उक्त कार्य किया जा सकता था लेकिन इसके लिए कौन आवाज उठाएगा? यह बरगद का पेड़ अपनी बर्बादी पर आंसू बहाते हुए वहीं खड़ा है, जिस पेड़ के आसपास कभी सैकड़ों सैकड़ों विद्यार्थियों का कलरव हुआ करता था आज वह उदास खड़ा है।