अवैध रेत के उत्खन एवं परिवहन के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई से रेत माफियाओं में मचा हड़कंप
बडवाह- मोरटक्का नर्मदा किनारे से अवैध रेत के उत्खन एवं परिवहन के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई के बाद भी उत्खनन कर्ताओं द्वारा लगातार प्रशासन से बचकर बालू रेत का भंडारण कर ऊंचे दामों पर उसका विक्रय किया जा रहा है। जिसमे बड़वाह से सनावद के बीच दौड़ते वाहनों पर मोरटक्का पुलिस पकड़ने की कार्यवाही करते हुए पांच ट्रैक्टर ट्राली जप्त कर खनिज अधिनियम के तहत करवाई करते हुए वाहनों को थाने पर खड़ा करवाया। मोरटक्का चौकी प्रभारी अंजली जाट ने बताया कि रेत के वाहनों पर प्रतिदिन थाने के सामने से सतत नजर रखी जा रही थी। सोमवार सुबह थाने के सामने से निकलते बालू रेत से भरे 5 ट्रैक्टर ट्राली को रोककर दस्तावेज जांचे गए। लेकिन किसी भी वाहन के पास रॉयल्टी वाहन के दस्तावेज और चालक का लाइसेंस नहीं था। अवैध उत्खनन में लगे व्यवसायियों द्वारा बड़ी लापरवाही बरती जा रही थी। जिसके बाद सभी ट्रैक्टरों को खड़ा कर चालकों को हिरासत में लिया। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक सुनील पिता नंदराम धवलसिंह पिता हरि सिंह अवतार सिंह पिता दुर्गाराम प्रतीक पिता कैलाश और वीरेंद्र पिता शिवा से पूछताछ की किसी भी चालक के पास लाइसेंस नहीं था। यह सभी सेमल्ला और गंगा खेड़ी से नर्मदा किनारे रेत का भंडारण से एकत्र बालू रेत लेकर जा रहे थे।
खंडवा और खरगोन जिले में लंबे समय से नर्मदा के तट पर चल रहा है अवैध उत्खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।