भगवान का साक्षात स्वरूप है श्रीमद् भागवत-पं. शास्त्री
कथा विश्राम पर हुआ हवन यज्ञ कन्या पूजन पश्चात विशाल भंडारा
खंडवा, संजय चौबे । जब भगवान स्वधाम जाने लगे तब भगवान के परम मित्र उद्धव ने भगवान के चरण पकड़ कर पूछा प्रभु आपके जाने के बाद संसार के मनुष्यों का कल्याण कैसे होगा, मनुष्यों को आपके दर्शन किस प्रकार होंगे। तब भगवान ने अपना एक रूप श्रीमद् भागवत में स्थापित कर कहा हे उद्धव यह भागवत मेरा साक्षात रुप है हर पन्ने में हर श्लोक में मेरे पूर्ण दर्शन होंगे। सात दिन में परीक्षित को मोक्ष मिला। जो मनुष्य पूर्ण श्रद्धा एवं विश्वास से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण, पठन करेगा उसका मोक्ष अवश्य होगा। यह उद्गार कांटाफोड़ कन्नौंद के कथावाचक पंडित नारायण शास्त्री ने विद्युत नगर रोड सिंधी कॉलोनी स्थित मां आशापुरा माता मंदिर प्रांगण में संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह के सप्तम दिवस भगवान के स्वधाम गमन की कथा सुनाते व्यक्त किए। गुरूवार को कथा विश्राम के अवसर पर पं. शास्त्री ने कहा कि कथाएं कभी भी समाप्त न होगी, सिर्फ कथा का विश्राम होता है। यह जानकारी देते हुए समिति प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि मंदिर प्रमुख लालू बाबाजी के सानिध्य में चल रहे श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान संजय सोनी एवं महिला समिति की सदस्यों द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। मां आशापुरा मंदिर समिति द्वारा हवन यज्ञ, कन्या पूजन पश्चात कन्या भोज के साथ विशाल भंडारा आयोजित हुआ। कथा के दौरान विधायक देवेंद्र वर्मा, सुनील जैन, घनश्याम संतवानी, अजय आहूजा, वार्ड पार्षद सागर आरतानी, संदेश गुप्ता, नवीन गंगवानी, राजेश केसवानी, निर्मल मंगवानी, महेन्द्र मेठवानी, भरत खरे, भरत गंगवानी, ताराचंद कृपलानी, पं. नवीन शुक्ला, निलेश गुप्ता, मोहनलाल आहूजा, गजेंद्र नावानी, राम वासवानी, मुरली कोडवानी, आशापुरा माता मंदिर समिति सदस्य, विद्युत नगर महिला मंडल आदि सहित बड़ी संख्या में नगर की धर्म प्रेमी जनता उपस्थित थी।