भोपाल - खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक दूध की जांच हेतु 10 मिली दूध में 5 बूंदें आयोडीन का घोल डालें। अगर नीला हो जाए, तो स्टार्च है। 10 मि.ली. दूध में 5-6 बूंदें नमक का तेजाब डालें। अगर अखाद्य रंग होगा, तो उसका रंग बदल जाएगा। 10 मि.ली. दूध में लाल लिटमस पेपर भिगोएं। अगर नीला हो जाता है, तो उसमें खाने का सोड़ा मिलाया गया है। शुद्ध देशी घी की शुद्वता की जांच के लिए 10 मि.ली. नमक के तेजाब में एक छोटा चम्मच शक्कर डालकर उसे मिला लें, फिर पिघला हुआ घी 10 मि.ली. डालकर जोर से हिला दें। करीब 10 मिनट तक उसे रखें। मिलावट होने पर तेजाब वाली परत लाल या गुलाबी हो जाती है।
खाने के तेल की जांच हेतु 10 मि.ली. तेल में नमक का तेजाब मिला लें व सावधानी से चार-पांच बूंदे फैरिक क्लोराइड को डालें व फिर धीरे से मिला लें। अगर लाल या भूरे रंग की तलछट आवे तो उस तेल में अर्जीमोन का तेल मिला समझना चाहिए। चायपत्ती की शुद्वता की परख के लिए कुछ चायपत्ती को गीले सफेद कागज पर छिड़क दें। बाद में कुछ समय बाद पत्तियां हटा लें। अगर कागज पर लाल, पीला, गुलाबी निशान आ जावे, तब चायपत्ती को मिलावटी समझना चाहिए। शक्कर की जांच हेतु थोड़ी शक्कर को पानी में घोलें और उसमें लाल लिटमट पेपर डालें। अगर वह नीला हो जावे, तो शक्कर में सोड़ा है। सूजी, रबा व चाय पत्ती की जांच हेतु सूजी, रबा या चायपत्ती में चुम्बक घुमावें, लोहे का बुरादा उसमें चिपक जाएगा। पिसे मसाले की शुद्वता की जांच हेतु 10 ग्राम पिसे मसाले को थोड़े पानी में डालकर हिलाके, बुरादा बारीक पिसा डंठल, गेहू का चोकर, ऊपर तैरने लगेगा। इस मिश्रण को निकाल लें, फिर उसमें 5 मि.ली. नमक का तेजाब डालें। अगर पानी का रंग रंगहीन या अपने स्वाभाविक रंग में बदल कर कोई दूसरा रंग हो जाता है तो समझें बेसिक अखाद्य रंग हैं।