शनिवार, 14 दिसंबर 2019

किसानों की समस्याओं व कमलनाथ सरकार की वादा खिलाफी के विरुद्ध हुआ खेत धरना आंदोलन। किसानों को नहीं मिला कर्जमाफी व मुआवजा का लाभ, ब्लैक में खरीदना पड़ रही है यूरिया- पूर्व मंत्री चिटनीस

भाजपा का खेत धरना आंदोलन, पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कांग्रेस को चेताया

- किसानों की समस्याओं व कमलनाथ सरकार की वादा खिलाफी के विरुद्ध हुआ आंदोलन

- किसानों को नहीं मिला कर्जमाफी व मुआवजा का लाभ, ब्लैक में खरीदना पड़ रही है यूरिया

 

बुरहानपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश व्यापी आह्वान के अंतर्गत किसानों की कर्जमाफी, यूरिया संकट जैसी ज्वलंत समस्याओं व कमलनाथ सरकार की किसानों के साथ की गई वादा खिलाफी को लेकर बुरहानपुर के ग्राम पातोंडा में पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने भारतीय जनता पार्टी बहादरपुर मंडल के पार्टी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं एवं किसानों ने भागीदारी करते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को चेताया।


पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार अस्तित्व में आने के बाद से ही प्रदेश के किसानों की उपेक्षा प्रारंभ हो गई थी। कांग्रेस 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने का वादा करके सत्ता में आई। आज तक किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ है, यह सर्वविदित तथ्य है। इसके बाद मध्यप्रदेश के अनेक जिलों में अतिवृष्टि और भीषण बाढ़ से किसान तबाह हो गया। उनकी फसलें चौपट हो गईं, मवेशी बह गए और मकान भी धराशायी हो गए। भाजपा के आंदोलन से घबराकर सरकार ने आपदा पीडि़त सभी किसानों को पूरा मुआवजा देने का वादा तो किया लेकिन यह भी एक धोखा ही साबित हुआ। केंद्र सरकार ने आपदा पीडि़त किसानों के लिए एक हजार करोड़ रुपए प्रदेश को आवंटित किया और 900 करोड़ रुपए पूर्व से ही प्रदेश सरकार के पास आपदा प्रबंधन कोटे में उपलब्ध था। इससे अधिक किसान विरोधी सरकार क्या हो सकती है जिसने आज तक किसी भी किसान को 900 रुपए तक की भी राहत प्रदान नहीं की। प्रधानमंत्री मा. नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित किसान सम्मान निधि के 6 हजार रुपए भी किसी किसान को न मिले, इसके भी पूरे जतन करने में कमलनाथ सरकार लगी हुई है।

'यूरिया के बदले मिला अपमान और लाठीचार्ज'

पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि हम देख रहे हैं कि किसानों पर प्रदेश सरकार के अत्याचार की पराकाष्ठा होती जा रही है। जिस किसान को बहुत आराम से निर्धारित दामों पर मध्यप्रदेश में यूरिया मिलता रहा हो, उसी किसान को आज यूरिया के बदले अपमान और लाठी चार्ज का शिकार होना पड़ रहा है। भूखा प्यासा किसान अपने मासूम बच्चे और महिलाओं के साथ कड़कती ठंड में लाइन में लगा हुआ है। इसके बावजूद उसे यूरिया तो मिल नहीं रहा, व्यापारी से ब्लैक में खरीदने की सलाह जरूर मिल रही है। केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश को पर्याप्त मात्रा में यूरिया आवंटित किए जाने के बावजूद प्रदेश की कमलनाथ सरकार केंद्र को बदनाम करने का षडयंत्र रच रही है। तथ्य यह है कि जब तक भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश में थी, तब तक यूरिया को लेकर पूर्व योजना पर काम किया जाता था। यूरिया की खपत का अनुमान लगाकर केंद्र को मांग के संबंध में अवगत कराया जाता था। साथ ही साथ फर्टिलाइजर कंपनियों को भी अग्रिम भुगतान के जरिये यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित की जाती थी। आपको आश्यर्च होगा कि यह दोनों ही काम कमलनाथ सरकार ने नहीं किए। इसके बावजूद 27 हजार टन यूरिया का स्टॉक प्रदेश में उपलब्ध है, 15 लाख टन यूरिया पहुंचने वाला है। केंद्र सरकार ने यूरिया को कोटा 75 हजार मीट्रिक टन तक बढ़ा भी दिया है। यह सारे आकड़े भाजपा के नहीं प्रदेश के जिम्मेदार अधिकारियों के हैं। फिर भी किसानों को यूरिया न मिलने के दो ही बड़े कारण हो सकते हैं। पहला सरकार का कुप्रबंधन और दूसरा ब्लैक में यूरिया बेचने वालों को लाभ पहुंचाने का षडयंत्र।

'सामान्य दाम पर क्यों नहीं मिल रहा यूरिया'

जनपद पंचायत अध्यक्ष किशोर पाटिल ने प्रश्न किया कि यदि यूरिया ब्लैक में मिल रहा है तो सामान्य दामों में क्यों नहीं मिल रहा है? मतलब यूरिया तो है, पर सरकार उसे ब्लैक में ही बिकवाना चाहती है। ब्लैक में यूरिया खरीदने वाले किसान को दोहरी मार यह भी पड़ रही है कि उसे यूरिया के साथ डीएपी खरीदने के लिये भी मजबूर किया जा रहा है। 250 रुपए कि यूरिया की बोरी 450 रुपए में बिक रही है और सरकार खुले आम इस कालाबाजारी को प्रोत्साहन दे रही है।
जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि योगेश महाजन एवं मंडलाध्यक्ष दीपक महाजन ने कहा भारतीय जनता पार्टी सदैव किसानों के सुख-दुख में सहभागी रही है, इसलिए कांग्रेस सरकार के इस अत्याचार को सहन करने का प्रश्न ही नहीं है। इसी लिए पार्टी द्वारा खेत धरना आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस आंदोलन के तहत किसानों के साथ भाजपा के मंडलों में निवासरत सभी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ताओं ने प्रत्येक मंडल में खेत धरना दिया गया।
इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष किषोर पाटिल, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि योगेष महाजन, मुकेष शाह, रामदास पाटिल, प्रकाष लस्करे, मनोज महाजन, विठ्ठल चौधरी, संभाजी महाजन, मनोहर चौधरी, संभाजीराव सगरे, रूद्रेष्वर एंडोले, किषोर कामठे, आषीष शुक्ला, रविन्द्र महाजन, आपसिंह भाई, मंडलाध्यक्ष दीपक महाजन, प्र्रभाकर महाजन, साहेबराव शंखपाल, योगेष महाजन, राहुल मराठा, भूषण पाठक, उज्वला महाजन, कमलबाई गंगाराम महाजन, सुमनबाई पंडित पाटिल, प्रमोद महाले, किषोर मरदाने, नितीन पाटिल, संतोष महाजन, संदीप चौधरी, धीरज चौधरी, रूपेष पाटिल सहित पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता व किसान-महिलाएं उपस्थित रही।



भाजपा ने जारी की बुरहानपुर के 45 वार्ड प्रत्याशियों की सूची,3 को रखा होल्ड पर

बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) भारतीय जनता पार्टी संभागीय कार्यालय इन्दौर की संभागीय चयन समिति के संयोजक श्री मधु वर्मा एवं श्री गजेंद्र पटेल के ...