मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रियंका मिश्रा की अध्यक्षता में आज बुधवार को राष्ट्रीय पोषण मिशन अंतर्गत जिला स्तरीय अभिसरण बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी एम.एल. मेहरा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला उद्यानिकी अधिकारी, आदिवासी विकास के प्रतिनिधि सहित विभाग के सहायक संचालक मनीष सेठ, पुनीत मरवाह, ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रतिनिधि जिला योजना मंडल के अधिकारी एवं महिला बाल विकास विभाग के बाल विकास परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक स्वस्थ भारत प्रेरक सुश्री सृष्टि कुमारी भी मौजूद रहे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा पिछले माहों में हुई प्रगति का बिंदुवार समीक्षा करते हुए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कुपोषण से निपटने के लिए स्थानीय संसाधनों के उपयोग की बात कही। उन्होंने उद्यानिकी विभाग को निर्देशित किया कि फलदार सब्जियों के बीज वितरण कार्य का विशेष रूप से परीक्षण किया जाए तथा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि फलदार सब्जियों के बीज आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को प्रदाय किए जाएं । सीईओ ने पोषण माह में की गई गतिविधियों समय पर एवं निर्धारित टाइम टेबल के अनुसार आयोजित किए जाने पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी।
उद्यानिकी विभाग, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं हॉर्टिकल्चर विभाग को समन्वय स्थापित करते हुए 70 पोषण वाटिका स्थापित करने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत श्री मिश्र ने दिए । उन्होंने पीएचई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन ग्रामों में पानी की समस्या है अथवा जहां पानी निर्धारित मापदंड के अनुकूल प्राप्त नहीं हो रहा है ऐसे स्थानों के संबंध में वह तकनीकी प्रतिवेदन से कलेक्टर कार्यालय, जिला पंचायत तथा महिला बाल विकास को भी अवगत कराते रहें तथा वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रयास किए जाएं । श्री मिश्रा ने कहा कि पेयजल के संबंध में आवश्यक प्रस्ताव नियमानुसार सक्षम अधिकारियों को प्रेषित किए ताकि शुद्ध पेयजल व्यवस्था निरापद रूप से मुहैया कराई जा सके ।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय मातृ वंदना योजना में जबलपुर जिले ने प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है इसकी सराहना करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री मिश्रा ने कहा कि - योजना का अधिकाधिक लाभ हितग्राहियों को उपलब्ध कराने से तथा यह स्तर बनाए रखने के लिए महिला बाल विकास विभाग का अमला सक्रियता के साथ कार्य करता रहे तथा लक्ष्य की पूर्ति तथा प्रथम स्थान बनाए रखने के लिए जो भी कठिनाइयां हो उसे वरिष्ठ कार्यालय को सूचित करने का दायित्व हर स्तर के अधिकारियों का होगा ताकि रक्त की पूर्ति में किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न ना हो ।