निःशक्तजनों की शिकायतों की सुनवाई के लिये आज शनिवार को कलेक्ट्रेट के जनसुनवाई कक्ष में मोबाईल कोर्ट का आयोजन किया गया। मोबाईल कोर्ट में आयुक्त निःशक्तजन मध्यप्रदेश संदीप रजक ने निःशक्त जनों से उनकी समस्याएं सुनी।
चलित न्यायालय का शुभारम्भ आयुक्त निःशक्तजन संदीप रजक , कलेक्टर भरत यादव एवं पूर्व निःशक्तजन आयुक्त बलदीप मैनी की मौजूदगी में दिव्यांग बच्चे ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर सयुंक्त संचालक सामाजिक न्याय आशीष दीक्षित भी उपस्थित थे।
दिनभर चली मोबाईल कोर्ट में दिव्यांजनों की शिकायतों से सम्बंधित 182 आवेदन प्राप्त हुए। आयुक्त निःशक्तजन द्वारा इन पर सुनवाई की गई और मौके पर ही निराकरण कर आदेश पारित किये गये । इस अवसर पर एक दिव्यांग को ट्राईसाइकिल, दो को व्हील चेयर, एक को कान की मशीन और एक को छड़ी का वितरण किया गया तथा 16 को मेडिकल बोर्ड द्वारा विकलांगता प्रमाण पत्र प्रदान किये गए।
चलित न्यायालय में जिला पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, जिला परियोजना समन्वयक, जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र, लीड बैंक मैनेजर, नगरीय निकाय एवं जनपद पंचायत आदि के अधिकारी भी मौजूद थे। आयोजन स्थल पर जिला मेडिकल बोर्ड का चिकित्सक दल ने उपस्थित रहकर दिव्यांगजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विकलांगता प्रमाण पत्र जारी किये।
संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय आशीष दीक्षित के अनुसार मोबाइल कोर्ट में दिव्यांगजनों से प्रापत शिकायतों में कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरणों से संबंधित 18, शिक्षा संबंधी 05, बाधा रहित वातावरण एवं भेदभाव संबंधी 06, पेंशन संबंधी 08, रोजगार एवं स्वरोजगार संबंधी 82, नि:शक्तता प्रमाण पत्र संबंधी 28 शिकायतें तथा अन्य प्रकरणों संबंधी 30 शिकायतें शामिल थीं।