भोपाल- जूनियर चैंबर इंटरनेशनल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली यह संस्था विश्व के लगभग 124 देशों में में कार्यरत है, भोपाल में भी 1987 से कार्यरत थी मगर कार्यकर्ताओं के अभाव में यह संस्था निस्तेज हो रही थी लेकिन योगेश भूतड़ा और पूनम मंत्री जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मिलकर अप्रैल 2019 में जेसीआई के भोपाल चैप्टर को पुनर्गठन व पुनर्जीवित कर दिया। आज जहां प्रतिस्पर्धा हर क्षेत्र में में चरम सीमा पर है ऐसी स्थिति में भी जेसीआई सदस्य बधाई के पात्र हैं जिन्होंने नई संस्था के गठन के स्थान पर जेसीआई भोपाल चैप्टर को पुनः प्रारंभ करने का मन बनाया ।जेसीआई विश्व के लगभग124 देशों में दो लाख सदस्यों के साथ काम करने वाला गैर सरकारी संगठन है।
जेसीआई के मुख्य उद्देश्य निम्नवत है-
1.स्वयं का विकास
2.समाज का विकास 3.व्यवसायिक विकास
4.प्रबंधन का विकास
5.अंतरराष्ट्रीय विकास
इन्हीं उद्देश्यों और लक्ष्यों को ध्यान में रखकर जेसीआई ग्रुप भोपाल विगत 8 माह से कार्यरत है तथा इस अल्पावधि में भी जेसीआई ग्रुप ने कई सराहनीय कार्य किये हैं।
जैसे माह सितंबर में पांच दिवसीय जेसीआई वीक मनाया मनाया गया जिसमें प्रत्येक दिन सोशल अवेयरनेस से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। पहला दिन ट्रेफिक अवेयरनेस अवेयरनेस के नाम था,
दूसरा दिन बड़े तालाब के पास खानुगांव में पौधारोपण करके मनाया गया। तीसरा दिन विभिन्न स्कूलों में 10000 छात्र छात्राओं द्वारा पत्र लेखन का आयोजन किया गया।चौथे दिन स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया अंतिम और पांचवे दिन 9वी से 12 वी कक्षा के छात्रों को लक्ष्य निर्धारण और समय प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया।
जब लोग घरों में अपने परिवार के साथ दीपावली मनाते हैं वहीं जेसीआई मेंबर्स ने दिव्यांग नेत्रहीन बच्चों के साथ दीपावली पर्व धूमधाम से मनाया और एक सराहनीय कार्य किया।जेसीआरटी अध्यक्ष पूनम मंत्री ने बताया कि स्पेशल बच्चों के साथ दीपावली मना कर उन्हें बहुत खुशी महसूस हो रही है। जेसीआई अध्यक्ष योगेश भूतड़ा ने बताया कि उन्होंने स्पेशल चाइल्ड स्कूल को 1 वर्ष के लिए गोद लिया है , साथ ही शीत ऋतु को देखते हुए है बच्चों को गर्म कपड़े भी वितरित किए हैं।इस अवसर पर जेसीआई सचिव अजय अग्रवाल और संस्था के मेंटर हरीश मंत्री भी उपस्थित थे।
शिक्षा, जागरूकता,समरूपता और समन्वयता के माध्यम से समाज के प्रत्येक वर्ग ,प्रत्येक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है।संस्था आगे भी ऐसे ही सराहनीय कार्य करती रहेगी, यह आशा ही नही पूर्ण विश्वास है।