बडवाह- समारोह की शुरुआत केंद्र के प्राचार्य श्री हेमराज गुप्ता द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के ध्वजारोहण है परेड द्वारा राष्ट्रीय सलामी से की गयी। परेड में कुल 240 बल सदस्यों ने भाग लिया। परेड का नेतृत्व सहायक कमांडेंट श्री विश्वनाथ आवुती द्वारा किया गया। गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि महोदय ने अपने संबोधन में उपस्थित महिलाओं बच्चों बल सदस्यों एवं आगंतुकों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई दी ।उन्होंने कहा कि हमारे देश को गणतंत्र हुए 70 वर्ष पूरे हो गए हैं। 26 जनवरी 1950 को भारत का अपना संविधान लागू हुआ, यह दिन भारत के इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है। भारतीय संविधान दुनिया के संहिता ग्रंथों में विशालतम ही नहीं ,दृढतम भी है।
भारतीय संविधान ने हर मुश्किल को आसान किया है ।लोकतंत्र को जब कभी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है, संविधान ने राह दिखाई है ।विकास की प्रक्रिया में कई बार संविधान में संशोधन भी करना पड़ा है ,पर संशोधन तो विकास की मार्ग है। संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकार हो या मौलिक कर्तव्य, इसमें भारतीय संस्कृति उसकी विरासत की आत्मा के दिव्य दर्शन हुए बिना नहीं रहेंगे ।संविधान ने हमें आजादी दी है मगर उसके साथ हम से अपेक्षा भी रखी जाती है कि हम अपने कर्तव्य जिसे मूल कर्तव्य कहते हैं का पालन करें।
भारत राजनीतिक स्वतंत्रता हासिल करने के साथ-साथ पूरी तरह से आर्थिक स्वतंत्रता की ओर अग्रसर हो रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत ने सारी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है ।हमें विश्वास है कि भारत 2020 तक विश्व की एक महाशक्ति के रुप में उभरेगा। आर्थिक और तकनीकी प्रगति का मतलब आम लोगों के लिए बहुत कुछ अलग हो सकता है पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के लिए उच्च कोटि की सुरक्षा प्रदान कर देश की आर्थिक प्रगति में सहयोग करना है ।उन्होंने यह भी कहा कि सब जानते हैं और समझते हैं कि सफलता अर्जित करने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है।
अंत में महिलाओं व बच्चों के लिए विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें पारिवारिक एवं इकाई के बल सदस्यों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर सभी लोगों को मिठाईयां वितरित की गयी। प्रशिक्षण केंद्र में बड़वाह शहर में स्थित ज्योतिर्मय मुक बधिर विद्यालय के दिव्यांगों व केंद्रीय विद्यालय बच्चों द्वारा शानदार प्रदर्शन किया गया।