बुरहानपुर - मध्यप्रदेश के ग्वालियर में जन्में कविवर्य भास्कर रामचंद्र तांबे की स्मृति में मराठी साहित्य अकादमी, म.प्र. संस्कृति परिषद्, भोपाल द्वारा मराठी कहानी, कविता, कादम्बरी (उपन्यास) एवं नाट्य पर लिखी गई श्रेष्ठ कृतियों पर भास्कर रामचंद्र तांबे पुरस्कार चयनित कृतियों पर प्रतिवर्ष दिया जाता है।
मराठी साहित्य अकादमी एवं शब्दमैत्री साहित्य मंडल बुरहानपुर द्वारा आज 5 जनवरी, 2020 को परमानंदजी गोविन्दजीवाला सभागृह, इंदिरा कॉलोनी, बुरहानपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वतीजी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस अवसर पर बुरहानपुर विधायक श्री ठा.सुरेन्द्र सिंह, महापौर श्री अनिल भोंसले, अकादमी निदेशक पौर्णिमा हुंडीवाले, नगर वाचन मंदिर चौपड़ा श्री आशीष गुजराती, सुशीला तरस सहित अन्य गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।
भारस्कर रामचंद्र तांबे पुरस्कार वर्ष 2014-15 के लिए श्री श्रीनिवास हवलदार, इन्दौर को उनकी कृति ‘‘ग्रेसच्या कविता’’ तथा डॉ.महारूद्र वैद्य, जबलपुर को ‘‘मेरा चिकित्सक प्रवास’’ कृति के लिये सम्मानित किया गया। अतिथियों द्वारा शॉल-श्रीफल, प्रशस्ति तथा 51-51 हजार रूपये का चेक प्रदान किया।
सम्मान समारोह पश्चात प्रसिद्ध साहित्यकार लेखक, व्यंग्यकार श्री पु.ल. देशपांडे लिखित डॉ. यादवराव गावळे द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘सुंदर मी होणार’’ की प्रस्तुति दी गई। अकादमी की पत्रिका ‘‘अथर्वनाद’’ के चौदहवे अंक तथा श्री जयंत भालेराव की पुस्तक ‘सूर्योदय संगम’ का प्रकाशन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती विद्या श्रॉफ एवं श्रीमती अनुराधा मजुमदार द्वारा किया गया