(राजेन्द्र के. गुप्ता 98270-70242)
*तस्करों के हौसले बुलंद, तो अच्छे अफसरों के भी कम नही*
संभागीय आबकारी उड़नदस्ता उपायुक्त इंदौर विनोद रघुवंशी और सहायक आबकारी आयुक्त धार नागेश्वर सोनकेशरी के निर्देश पर सरदारपुर तहसील के पास राजगढ की तरफ से जा रहे पिकअप वाहन क्रं.- MP 13 GA 4216 से तस्करी कर शराब ले जाई जा रही थी । एडीईओ श्रीमती बसंती भूरिया ने वाहन रोकने का प्रयास किया किन्तु, पिकअप वाहन के ड्रायवर ने, वाहन तेजी से भगा कर भागने का प्रयास किया, जिसे एडीईओ भूरिया ने ओवरटेक कर रोकने का प्रयास किया तो, जिस पिकअप वाहन से शराब तस्करी कर ले जाई जा रही थी उस वाहन से एडीईओ भूरिया की कार को टक्कर मारकर, जानलेवा हमला किया, जिससे श्रीमती भूरिया का वाहन पेड से टकरा कर, खेत में घुस गया, फिर भी श्रीमती भूरिया द्वारा हिम्मत नही हारी और दुर्घटना ग्रस्त कार से निकल कर, पीछे से आ रही उप निरीक्षक एकता सोनकर की गाड़ी से, पिकअप वाहन का पीछा करके पिकअप वाहन को ओवरटेक करके रोका, शराब तस्करी के वाहन का ड्रायवर मौके से भागा, जिसे पकडने का प्रयास किया गया, किन्तु वाहन चालक मौके से फरार हो गया ।
पिकअप की तलाशी लेने पर ₹750000 मूल्य की 140 पेटी इन्दौर ज़िले से निकली देसी शराब प्लेन बरामद हुई । आबकारी अधिनियम 1915/2000 कि धारा 34 (1)(क) 34 (2) एंव 40 (क) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। तस्कर की तलाश की जा रही है । कार्यवाही में भूरिया के अलावा आबकारी उप निरीक्षक एकता सोनकर आबकारी मुख्य आरक्षक अमृतलाल मेंघाया, आबकारी आरक्षक ईश्वर धीमान, हरिराम पाटीदार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एसी सोनकेशरी ने कार्यवाही में शामिल सभी आबकारी अधिकारियों - कर्मचारियों की प्रशंसा की । इस प्रकार के प्रकरणों से लगता है कि अगर तस्करों के हौसले बुलंद है, तो अच्छे अफसरों के हौसले भी भी कम नही है, वो तस्करों को हर हाल में पकड़ने का दम रखते है ....