बुरहानपुर(मेहलका अंसारी) कोरोना को लेकर प्रसिद्ध हकीम एवं डॉ महमूद खान ने इस प्रतिनिधि को एक भेंट में बताया कि इस वायरस का कोई विशेष और प्रभावी इलाज नहीं है । यह एक हाथ से दूसरे हाथ में अंतरित होता है । इसका जो उपचार किया जा रहा है, वह प्रतीकात्मक और सतर्कता पर आधारित है। हकीम डॉक्टर महमूद खान के अनुसार इस रोग को सर्वव्यापी महामारी बनाने में मीडिया और कुछ स्वार्थी अंतरराष्ट्रीय षडयंत्र कर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है । आज हम यह महसूस कर रहे हैं, कि इस महामारी का सफल इलाज का आयुष के पास ही है। और भारत शासन इस मिशन में आधुनिक इलाज के साथ-साथ आयुष के विशेषज्ञों और आयुष के सभी बड़े संस्थान को शामिल करके उन्हें अवसर उपलब्ध कराएं तो कोरोना से लड़ने में और बेहतर तरीके से जनता के लोक कल्याण के साथ सफलता प्राप्त होगी । कोरोना से हो रही मौत की संख्या में वृद्धि पर उन्होंने कहा कि समस्त सामाजिक सुरक्षात्मक उपायों की उपेक्षा करना और ईश्वरी श्राप को इसका कारण माना जा रहा है। हकीम डाक्टर महमूद खान ने कहा कि भारतीय चिकित्सीय इलाज विशेष रुप से यूनानी में इसके प्राचीन एवं पारंपरिक नुस्खे उपलब्ध हैं जिनसे प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी और इस वृद्धि से इस बीमारी पर नियंत्रण किया जा सकता है। इस समस्या पर मार्गदर्शन या सलाह के लिए के लिए डॉक्टर साहब के मोबाइल नंबर 9827394669 पर संपर्क करके मार्गदर्शन हासिल किया जा सकता है एवं अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया जा सकता है।