भोपाल- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संकट में कार्य कर रहे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ तथा अन्य अमले की इस प्रकार ड्यूटी लगाई जाए कि उन्हें आराम करने का भी वक्त मिले। कार्य में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारी कर्तव्य पालन के साथ-साथ स्वयं एवं अपने परिवार के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। सभी के सहयोग से हम कोरोना पर बहुत जल्दी विजय प्राप्त करेंगे। श्री चौहान आज वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से उच्च अधिकारियों के साथ कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी जिलों को आवश्यक चिकित्सा सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जाए। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि हमारी कोरोना टेस्टिंग क्षमता 480 से बढ़कर 500 टेस्ट प्रतिदिन हो गई है। टेस्ट के लिए लैब की संख्या भी बढ़कर 6 हो गई है। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट्स उपलब्ध हैं। एन-95 मास्क 90 हजार से ऊपर हैं तथा ट्रिपल लेयर मास्क 20 लाख हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कॉल सेंटर तथा सोशल मीडिया पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण हो। सचिव जनसम्पर्क श्री पी. नरहरि ने बताया कि विभिन्न सरकारी ट्विटर हैण्डल पर कुल 01 लाख 76 हजार कमेंट्स आए हैं, जिनमें कुछ शिकायतें भी हैं। इन शिकायतों का निराकरण कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जरूरतमंद व्यक्तियों को खाद्यान्न एवं राशन सामग्री की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि कम्युनिटी किचन के माध्यम से 3 लाख 20 हजार व्यक्तियों को भोजन कराया जा रहा है। इसके अलावा कलेक्टर एवं अन्य सामाजिक संगठनों के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को भोजन कराया जा रहा है। कॉल सेंटर के माध्यम से कुल 4 हजार 800 शिकायतों प्राप्त हुई हैं। सभी का त्वरित निराकरण किया गया है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिवों आदि के माध्यम से आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं यूनानी दवाओं का वितरण कराया जाए। सचिव आयुष श्री एम.के. अग्रवाल ने बताया कि पर्याप्त संख्या में इन तीनों चिकित्सा पद्धतियों की दवाएं ग्राम स्तर तक पहुँचा दी गई हैं तथा उनके वितरण की कार्रवाई निरंतर जारी है।
मुख्यमंत्री ने किसानों की सहूलियत के लिए मोबाईल एप तैयार किए जाने तथा प्रत्येक जिले में एकीकृत जिला निगरानी अधिकारी नियुक्त किए जाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वृद्धाश्रमों एवं दिव्यांग आश्रमों का सैनेटाईजेशन किया जाए तथा वहाँ कोरोना प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। सभी कलेक्टर्स को निर्देशित किया जाए कि वे जिला स्तर एवं थाना स्तर पर स्थानीय धर्मगुरूओं की बैठक आयोजित कर उनका पूरा सहयोग लें। राशन वितरण के कार्य पर भी कड़ी नजर रखी जाए।
चार अप्रैल को मुख्यमंत्री करेंगें जनता को संबोधित
वी.सी. में बताया गया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 04 अप्रैल को रात्रि 8 बजे कोरोना के संबंध में प्रदेश की जनता को संबोधित करेंगे।