बुरहानपुर(मेहलका अंसारी) सैफिया हमीदिया यूनानी तिब्बिया चिकित्सा महाविद्यालय बुरहानपुर के प्रथम बैच के छात्र और व्याख्याता एवं तबलीगी जमात बुरहानपुर के पूर्व अमीर डॉक्टर शफीक उर रहमान एमडी का लगभग 75 वर्ष की उम्र में 12 अप्रैल 2020 के रात्रि 12:00 बजे दिल का दौरा पड़ने के कारण महाराष्ट्र के अमरावती में निधन हो गया । कल 13 अप्रैल 2020 को प्रातः 6:30 बजे उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया । डॉक्टर साहब ने बी यू एम एस बुरहानपुर से करने के पश्चात एमडी की डिग्री अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से प्राप्त की और वहां से लौटने के बाद अपनी मातृत्व संस्थान बुरहानपुर के यूनानी तिब्बिया महाविद्यालय में लेक्चरर के रूप में अपनी सेवाएं देने लगे । लेकिन कुछ वर्षों में ही अपनी नौकरी को अलविदा कह कर वह तबलीगी जमात के धार्मिक मिशन से जुड़कर सेवा में लीन हो गए और अपना संपूर्ण जीवन इस संस्थान के मिशन को समर्पित कर दिया। डाक्टर शफीक का जन्म महाराष्ट्र के बालापुर में हुआ था और उन्होंने अपनी जिंदगी का लगभग 50 वर्ष बुरहानपुर में व्यतीत किया। अपने जीवन के अंतिम समय तक वह साइकिल से चलते रहे । उन्हें चलता फिरता दवाखाने के नाम से भी जाना जाता है । उनके निधन से तबलीगी जमात एक महत्वपूर्ण सदस्य से वंचित हो गई है।