बुरहानपुर(मेहलका अंसारी) 21 दिन के लाक डॉउन से पावर लूम उद्योग से संबद्ध मजदूरों की आर्थिक स्थिति अत्यंत निचले स्तर पर पहुंच गई है । इस दौरान पावर बंद होने से पावरलूम मजदूरों की स्थिति बहुत खराब है। टैक्सटाइल्स पूर्ण रूप से बंद है । जिन मास्टर वीवर्स के पास रॉ मैटेरियल्स था, उन्होंने इस अवधि में पक्का माल बनाकर रख लिया है और अब हाथ पर हाथ धरे बेकार बैठे हैं। पावर लूम बुनकर संघ के अध्यक्ष एडवोकेट रियाज अहमद अंसारी ने 4 अप्रैल 2020 को श्रीमान कलेक्टर महोदय को एक मांगपत्र प्रेषित कर निवेदन किया था कि सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए समस्त टेक्सटाइल को प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक खुलवाने हेतु आदेश करने की अपील की थी। लेकिन ऐसा महसूस होता है कि माननीय कलेक्टर महोदय ने पावर लूम बुनकर संघ बुरहानपुर के अध्यक्ष एडवोकेट रियाज अहमद अंसारी के उक्त पत्र पर ध्यान नहीं दिया है । क्योंकि 1 हफ्ते से अधिकतर समय बीत जाने के बाद भी इस संबंध में कोई प्रगति सामने नहीं आई है । पावर लूम बुनकरों की दयनीय आर्थिक स्थिति का वर्तमान परिस्थितियों में सबसे दुखद पहलू यह है कि बुनकरों के वह समस्त नेता जो कुछ माह पहले तक बुरहानपुर से भोपाल तक उनकी समस्याओं के संबंध में दौड़ लगाते थे और अपने सियासी आकाओं के साथ बड़े-बड़े फोटो फ्लेक्स बैनर एवं सोशल मीडिया के माध्यम से अपना प्रचार करते थे, वे आज बिल्कुल खामोश बैठे हैं, मौन धारण किए हुए। आज की परिस्थितियों में बुनकरों को अपने नेताओं की आवश्यकता है । समस्त राजनीतिक दलों के बुनकर नेता संगठित होकर बुनकरों की आवाज को बुलंद करें यही वक्त का तकाज़ा है ।