बुरहानपुर (मेहलका अंसारी) बुरहानपुर के पूर्व विधायक एवं बुरहानपुर का पूर्व महापौर मोहम्मद हारून सेठ के चिरंजीव एवं शिक्षा जगत से जुड़े श्री असलम अंसारी सर के निधन पर उनके सहपाठी मित्रों में मुश्ताक हुसैन बादशाह सर, सफदर अली सर, सैयद इरफान अली सर, आसिफ अंसारी सर,अल्ताफ़ अहमद सर, वसंत गाढ़े सर ने उन्हें अपनी ओर से नम आंखों से श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन को बुरहानपुर के शिक्षा जगत की एक अपूरणीय क्षति बताया है। श्री मुश्ताक हुसैन बादशाह ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए इस प्रतिनिधि को बताया कि असलम सर बहुत सादगी पसंद शिक्षक थे। समय के बहुत पाबंद थे। उन्होंने कादरिया बुरहानी इंग्लिश स्कूल, नेहरू मोंटेसरी स्कूल, न्यू विजन हाई स्कूल और पीआरबी स्कूल में अपनी सेवाओं से राष्ट्र के कर्णधार युवा पीढ़ी का निर्माण किया। प्रख्यात शायर एवं शिक्षा जगत में हकीमिया स्कूल बुरहानपुर से जुड़े डॉक्टर जलील बुरहानपुरी ने अपने अनुभव को बताते हुए बताया कि शिक्षा के समग्र विकास के साथ वह अपनी धुन के पक्के थे। सिद्धांत वादी थे। ईमानदार थे । सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करते थे। उन्होंने बताया कि क़ादरिया बुरहानी इंग्लिश स्कूल से उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत की। वे कॉमर्स के व्याख्याता थे। इसके साथ ही डाक्टर जलील बुरहानपुरी ने बताया कि मदरसा बोर्ड का गठन होने पर कॉमर्स के प्रश्न पत्रों उर्दू में निकालने व अनुवाद करने में वर्षों तक उन्होंने केंद्रीय भूमिका निभाई थी। बुरहानपुर के शिक्षा जगत में उनकी यादें, उनकी सेवाएं वर्षों तक मानस पटल पर सदैव अविस्मरणीय रहेंगी। असलम अंसारी सर के निधन पर बुरहानपुर मोमिन कॉन्फ्रेंस सोशल मीडिया ग्रुप के एडमिन एवं समस्त सदस्यों ने अपनी ओर से उनकी मगफिरत की दुआ करते हुए अल्लाह से प्रार्थना की है के इस पवित्र रमजान की बरकतों के सदके उन्हें करवट करवट जन्नत नसीब करें।