बुरहानपुर(मेहलका इकबाल अंसारी) अर्वाचीन इंडिया स्कूल में यू.के.जी. के विद्यार्थियों का दीक्षांत समारोह तथा विद्यालय का पंचम स्थापना दिवस पर एक समारोह का आयोजन ऑनलाईन संपन्न हुआ। ऑनलाईन कार्यक्रम सरकार के निर्देशों एवं कोरोना काल की गाइडलाइन का पालन करते हुए संपन्न हुआ। विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती राखी मिश्रा द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप-प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। दीशांत समारोह में यू.के.जी. के छात्रों को विधिवत गाउन और कैप पहनाकर प्रमाण-पत्र डिग्री देकर सम्मानित किया गया।
संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि नन्हे बच्चों को मंच का संचालन करते एवं धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलते देख पालक अत्यंत प्रसन्न हुए। विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती राखी मिश्रा ने बताया कि 6 फरवरी 2016 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के सिद्धांत के आधार पर ही इस विद्यालय की नींव रखी गई थी और मात्र 5 वर्ष में ही विद्यालय प्रगति के पथ पर अग्रसर है। पालकों का साथ, उनका विश्वास और पूरे अर्वाचीन परिवार के कर्मठ कर्मवीरों की मेहनत का ही यह नतीजा है कि हम आज अपने नवनिर्मित भवन में अपना पंचम स्थापना दिवस मना रहे है। श्रीमती मिश्रा ने कहा कि जल्द ही अर्वाचीन परिसर इन नन्हे बच्चों की किलकारियो से एक बार फिर गूंज उठेगा।
इस अवसर पर प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी विशाल गोजरे ने नन्हें-मुन्ने छात्रों को पूर्व प्राथमिक स्तर से प्राथमिक स्तर की औपचारिक शिक्षा में प्रवेश हेतु शुभकामनाएं दीं। उन्होंने दीशांत समारोह आयोजित करने का उद्देश्य बताया कि बच्चे के प्राथमिक स्तर में प्रवेश लेने पर उनमें नवीन, श्रेष्ठ, सृजनात्मक विचारों का उद्भव होता है। उनके विचारों को सही दिशा देने के लिए शिक्षकों की अनुपम भूमिका रहती है। बच्चों के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास के लिए महत्वपूर्ण आवश्यक कौशल का विकास कर शिक्षक उन्हें जीवन पथ की ओर सरलतापूर्वक अग्रसर होना सिखाते हैं।
इस अवसर पर प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी विशाल गोजरे, सीनियर को-ऑर्डिनेटर दीप्ति पोडियन, को-ऑर्डिनेटर जिया सहर, प्री-प्रायमरी की शिक्षिकाएं गुरनीत कौर रेखी, हर्षिदा येवलकर, महिमा खारका सहित सभी अर्वाचीन परिवार उपस्थित रहा।