बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने संपूर्ण मध्यप्रदेश से सफाई कार्य से आउटसोर्सिंग (ठेका पद्धति) बंद करने के संबधित अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। यह खबर 3 दिन पूर्व भोपाल के अखबार एवं चैनलों और सोशल मीडिया पर खबर फ़ेलते ही शुक्रवार को वाल्मिकी संगठन अध्यक्ष उमेश जंगाले के नेतृत्व मे कलेक्टर प्रवीण सिंह को वाल्मिकी समाज जनो ने ज्ञापन सौंप कर मांग की है की।
नगर पालिक निगम मे सफाई कार्य से आउटसोर्सिंग (ठेका पद्धति) बंद होने के बाद वाल्मीकि समाज के वह लोग जिनके घर एक भी नौकरी नही है सर्व प्रथम उन्हे नौकरियो पर रखा जाये। इसके बाद जिन लोगो के घर पुर्व से एक नौकरी है और उनका परिवार बडा है उनके घरो मे दुसरी नौकरी की पात्रता दी जाये। उमेश ने बताया की संगठन की मांग पर पुर्व निगम आयुक्त पवन सिंह द्वारा वाल्मिकी संगठन को लिखित आदेश देकर समाज के बेरोजगार लोगो का दो वर्ष पुर्व सर्वे कराया था जिसमे निगम के 5 अधिकारी भी शामिल थे। उन्होने तीसरा विकल्प बताते हुए कहा की सर्वे अनुसार भी लोगो को नौकरियो पर रखा जा सकता है। उमेश जंगाले ने बताया की ठेके मे भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।
कई कर्मियो को बैंक खातो मे वेतन देने के बजाय श्री श्री सांई इंटरप्राइसेस द्वारा नगद कम वेतन का भुगतान किया जा रहा है। साथ ही कई ऐसे लोग जिन्होने ठेके मे कभी सफाई का कार्य नही किया उनकी भी फर्जी हाजरी भरी जा रही है। ठेकेदार एवं निगम अधिकारियो की सांठगांठ और मिली भगत से लोगो के नामो की फर्जी हाजरी भर कर ठेकेदार एवं निगम अधिकारियो ने भारी भ्रस्टाचार किया है। और अब ठेका पद्धति बंद होने के बाद वही आपात्र लोग जिनके नाम ठेके मे फर्जी तरीके से चले है वह भी नौकरी लेने आगे आयेंगे जिसका वाल्मिकी संगठन कडा विरोध कर ऐसे लोगो को नौकरियो पर रखने पर आपत्ति लेता है। यदि ठेका बंद कर लोगो को गलत तरीके से नौकरियो मे भर्ती दी जाती है तो, वाल्मिकी संगठन इसका कडा विरोध कर सफाई व्यवस्था ठप कर कोर्ट की शरण लेंगा और आगामी होने वाले नगरीय निकाय चुनाव सहित अन्य चुनावो का बहिष्कार कर आन्दोलन करने पर उतारु हो जायेंगा। इस दौरान सुमेर जंगालीया, यादव करोसिया सहदेव बोयत, बसंत बोयत, रंजीत निधाने, बब्बू लोहारे, विजय पथरोल, जेदेव डिगे, मनोज जंगाले सहित अन्य पदाधिकारि मौजूद थे।